गया के नए डीएम शशांक शुभंकर ने कार्यभार ग्रहण करते ही एक्शन मोड मे दिख रहे हैं। कार्यभार संभालते ही मीडिया से रूबरू होते हुए उन्होंने कहा कि अब जिला प्रशासन की कार्यशैली और जवाबदेही में नया बदलाव देखने को मिलेगा। नवनियुक्त जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने पदभार संभालते ही स्पष्ट कर दिया कि अब जिले में कामचोरी और लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।जिला से लेकर पंचायत स्तर तक के सभी पदाधिकारी और कर्मचारी अगर ससमय कार्यालय नहीं पहुंचते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

पीड़ित को उचित न्याय देने का वादा
नये जिलाधिकरी ने सरकार के कल्याणकारी योजनाओं को आमजनों तक पहुंचाने और किसी भी तरह के पीड़ित व्यक्ति को उचित न्याय देने का वादा किया। शुक्रवार को डीएम का जनता दरबार होता है, इसके अलावा हर दिन जो आमजन मिलने आते हैं उनके भी मामलों को सुना जाएगा। आने वाले सभी मामलों को अच्छे से संबंधित विभाग निष्पादित करेंगे। किसी भी मामला को 10 दिनों से ज्यादा लंबित नहीं रखने की कोशिश करेगी।
रोज 11 बजे सुनी जाएगी समस्या
नए डीएम ने कहा कि सभी पदाधिकारी गांव में जाकर लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्या को सूनेंगे और उसके समाधान की प्रक्रिया को बढ़ाया जाएगा। लोगों की समस्या के समाधान के लिए हर शुक्रवार को जनता दरबार जारी रहेगा। इसके साथ ही वैसे लोग जो शुक्रवार को नहीं आ पाये वह किसी दिन भी आएंगे तो हम उनके समस्या का समाधान करेंगे। इसके लिए प्रतिदिन सुबह 11 बजे लोगों से मिलना होगा।
धावा दल का होगा गठन
डीएम ने कहा कि लोगों की समस्या के समाधान के लिए हमलोग एक पोर्टल बनाने जा रहे हैं। जहां लोगों की समस्या को आनलाईन पोर्टल पर डाला जाएगा। ताकि 8-10 दिनों में पता चल सके कि उनकी समस्या का समाधान कहां तक हुआ है। इसके अलावे सभी कार्यालय में कर्मियों की उपस्थिति ससमय हो इसके लिए धावा दल गठित किया जा रहा है। इनका काम होगा वह सभी कार्यालय का औचक निरीक्षण करेंगे। निरीक्षण में गायब पाये जाने वाले कर्मी पर विशेष और गंभीर कारवाई की जाएगी।