बिहार में मानसून को आए एक सप्ताह बीत चुका है। आसमान में लगातार बादल छाए हुए हैं और कई जिलों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है, लेकिन अपेक्षा के अनुसार पर्याप्त वर्षा नहीं हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार, राज्यभर में मानसून सक्रिय है, फिर भी औसत से 26% कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। फिलहाल, अगले एक सप्ताह तक इसी तरह का मौसम बने रहने की संभावना जताई गई है।
मंगलवार को राजधानी पटना समेत दक्षिण बिहार के औरंगाबाद, गया, नालंदा, नवादा, जमुई, बेगूसराय और अरवल जिलों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। वहीं, पटना मौसम विज्ञान केंद्र ने चेतावनी दी है कि 25 जून से कई जिलों में आकाशीय बिजली गिरने की आशंका है।
25 जून को जिन 27 जिलों में बारिश और बिजली गिरने की अधिक संभावना है, उनमें पश्चिम चंपारण, बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, अरवल, पटना, जहानाबाद, नालंदा, नवादा, शेखपुरा, गया, लखीसराय, बेगूसराय, भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर, खगड़िया, सुपौल, अररिया, किशनगंज, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया और कटिहार शामिल हैं। इन जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है।
मुजफ्फरपुर, दरभंगा, गोपालगंज समेत 11 जिलों में बादल छाए रहेंगे और कहीं-कहीं हल्की वर्षा की संभावना है। हालांकि इन जिलों में बिजली गिरने की संभावना कम है। पश्चिम चंपारण और किशनगंज में भारी बारिश की आशंका है और हवा की रफ्तार 30-40 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार, बिहार में इस वर्ष मानसून की शुरुआत 17 जून को हुई, जो सामान्य से दो दिन देर से थी। दो दिनों में ही मानसून पूरे राज्य में सक्रिय हो गया। हालांकि लगातार बादल तो हैं, लेकिन पर्याप्त बारिश नहीं हो रही, जिससे खेतों में बुवाई पर असर पड़ सकता है। 26 जून और 27 जून को बारिश में थोड़ी कमी रह सकती है, लेकिन उसके बाद फिर से मजबूत बारिश का सिस्टम बनने की संभावना है।