बैंकमोड़ (धनबाद) – बड़ा गुरुद्वारा साहिब परिसर में दो दिवसीय गुरमत फुलवारी कैंप का आयोजन श्रद्धा, सेवा और शिक्षाप्रद माहौल के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम में अकाल अकादमी, बरू साहिब (हिमाचल प्रदेश) के विद्यार्थियों व मैनेजमेंट कमेटी के जत्थेदार सरदार सुरिंदरपाल सिंह जी एवं उनके रागी जत्थे ने विशेष रूप से भाग लिया।

सोमवार शाम गुरुद्वारा दीवान हॉल में रहिरास साहिब के पाठ और शबद कीर्तन का भावपूर्ण गायन किया गया। इस दौरान संगत को गुरबाणी, गुरु की शिक्षाओं और सिख धर्म के सिद्धांतों के महत्व से परिचित कराया गया। विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत कीर्तन ने पूरे वातावरण को आध्यात्मिक आनंद से भर दिया।
मंगलवार दोपहर 3:30 बजे से गुरमत कैंप का शुभारंभ हुआ, जिसमें 5 वर्ष से 17 वर्ष तक के बच्चों और किशोरों ने भाग लिया। शाम 6:30 बजे पुनः रहिरास साहिब का पाठ और शबद कीर्तन किया गया। इसके उपरांत सभी संगत ने गुरु का लंगर ग्रहण किया।

अकाल अकादमी की ओर से भाग लेने वाले बच्चों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए, जिससे बच्चों में उत्साह और श्रद्धा का संचार हुआ।
कार्यक्रम के संचालन में बड़ा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सचिव तेजपाल सिंह, प्रधान गुरुचरण सिंह माझा, संचालक राजेंद्र सिंह चहल, धर्म प्रचार सह सचिव शहबाज सिंह, सतपाल सिंह ब्रोका, तीरथ सिंह, दिलजोन सिंह, राजेंद्र सिंह, “निरभउ निरवैर” संस्था के संचालक हैपी सिंह एवं उनके सहयोगी बलजीत सिंह, गुरप्रीत सिंह, अवतार सिंह, यशराज सिंह, तारा सिंह समेत गुरु गोबिंद सिंह स्टडी सर्कल के सरदार दशमेश सिंह, सरदार कमलजीत सिंह, सरदार जसविंदर पाल सिंह आदि ने सक्रिय योगदान दिया।