जमशेदपुर और कोल्हान क्षेत्र में रुक नहीं रहा नशे का कारोबार, धालभूमगढ़ में ब्राउन शुगर के साथ पांच गिरफ्तार

Manju
By Manju
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डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर: कोल्हान क्षेत्र में नशे का कारोबार तेजी से पांव पसार रहा है, जिसके खिलाफ पुलिस और प्रशासन ने सख्ती से कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। हाल की घटनाओं में पूर्वी सिंहभूम जिले के धालभूमगढ़ थाना क्षेत्र में पुलिस ने अवैध नशे के कारोबार पर बड़ी कार्रवाई करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई में 4.7 ग्राम ब्राउन शुगर बरामद की गई, जो क्षेत्र में नशे की बढ़ती समस्या का एक और सबूत है।

पुलिस की छापेमारी में गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों में से एक जमशेदपुर का रहने वाला चेचिस चालक है, जो ब्राउन शुगर की सप्लाई का मुख्य सरगना बताया जा रहा है। धालभूमगढ़ थाना प्रभारी के अनुसार, यह चालक अपने चेचिस के जरिए अन्य राज्यों से ब्राउन शुगर लाकर कोल्हान क्षेत्र में सप्लाई करता था। चेचिस चालक होने का फायदा उठाते हुए वह लंबे समय से इस अवैध कारोबार को अंजाम दे रहा था। गुरुवार देर रात हुई इस कार्रवाई में चार अन्य स्थानीय आरोपी भी पकड़े गए। पुलिस ने इस मामले में आगे की जांच शुरू कर दी है, ताकि इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों का पता लगाया जा सके।

क्षेत्र में बढ़ती चिंता
जमशेदपुर और कोल्हान क्षेत्र में ब्राउन शुगर और अन्य नशीले पदार्थों की तस्करी ने युवाओं को अपनी चपेट में लिया है। एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार झारखंड के कई जिलों, विशेष रूप से रांची, जमशेदपुर और हजारीबाग, को नशे के कारोबार का ‘रेड जोन’ माना जा रहा है। 18 से 22 साल के युवा इस लत के शिकार हो रहे हैं, जिससे न केवल उनके परिवार बल्कि समाज भी प्रभावित हो रहा है। रिनपास के न्यूरो साइकेट्री विभाग के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. सिद्धार्थ सिन्हा ने बताया कि नशा मुक्ति केंद्रों में आने वाले मरीजों की संख्या में कई गुना इजाफा हुआ है, जिसमें गरीब और अमीर दोनों वर्गों के युवा शामिल हैं।

जमशेदपुर पुलिस ने हाल ही में उलीडीह थाना क्षेत्र में एक मेडिकल स्टोर के जरिए चल रहे नशीली दवाओं के अवैध कारोबार का भी भंडाफोड़ किया था। इस कार्रवाई में 25 लाख रुपये से अधिक की नशीली दवाएं जब्त की गईं और तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। वरीय पुलिस अधीक्षक किशोर कौशल ने बताया कि इस तरह के कारोबार क्षेत्र में चोरी और अन्य अपराधों को बढ़ावा दे रहे हैं। पुलिस ने मेडिकल स्टोर का लाइसेंस रद्द करने की अनुशंसा की है और भविष्य में ऐसी गतिविधियों पर और सख्ती बरतने का वादा किया है।

नशे के कारोबार को रोकने के लिए पुलिस ने जनता से सहयोग की अपील की है। कुछ फोन नंबर जारी किए गए हैं, जिन पर लोग नशे से संबंधित सूचनाएं साझा कर सकते हैं। साथ ही सामाजिक जागरूकता कार्यक्रमों के जरिए लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करने की कोशिश की जा रही है। हाल ही मे जमशेदपुर में नशा उन्मूलन व अवैध तस्करी विरोध दिवस पर डालसा ने एक विधिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें नशे की लत से होने वाले सामाजिक और आर्थिक नुकसान पर चर्चा की गई।

कोल्हान क्षेत्र में नशे का कारोबार एक गंभीर चुनौती बन चुका है। पुलिस की सख्त कार्रवाइयों के बावजूद, तस्कर नए-नए तरीके अपनाकर इस धंधे को चला रहे हैं। समाज और प्रशासन को मिलकर इस समस्या के मूल तक पहुंचना होगा, ताकि युवा पीढ़ी को इस जाल से बचाया जा सके। नशा मुक्ति केंद्रों और जागरूकता अभियानों के साथ-साथ तस्करों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई ही इस समस्या का स्थायी समाधान हो सकता है।

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