धनबाद स्टेशन से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बता दें कि धनबाद स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 6 और 7 पर आरपीएफ़ और सीडब्लूसी के संयुक्त रूप से की गई बड़ी कार्रवाई में आधा दर्जन बाल मजदूरों को रेस्क्यू कर बचाया गया है वहीं इस दौरान एक ट्रेफिकर को भी गिरफ्तार किया गया।
इस रेसक्यू ऑपरेशन में आरपीएफ़ इंस्पेक्टर पंकज कुमार, एसआई मिंज, आकाश सिंह सहित अन्य का महत्वपूर्ण योगदान रहा उन्होंने सीडब्लूसी को सूचना देकर बच्चों को बचाने में मदद की।
बिहार के गया और झारखंड के दुमका के तीन-तीन बच्चे रेस्क्यू
प्राप्त जानकारी के अनुसार बिहार के गया और झारखंड के दुमका के तीन-तीन बच्चे रेस्क्यू किए गए। वहीं गया के बच्चों को राजमुंद्री, आंध्र प्रदेश जबकि दुमका के बच्चों को केरल ले ज़ाया जा रहा था।
बता दें कि गया के बच्चों के मामले में कैलाश माँझी नामक ट्रेफ़िकर को गिरफ्तार किया गया।
दुमका के बच्चों के मामले में विल्सन नामक कथित दलाल पर एक्शन लेने का निर्देश सीडब्लूसी (CWC) ने दिया।
बोकारो सहयोग विलेज में आवासित किया गया सभी बच्चों को
सभी बच्चों को बोकारो सहयोग विलेज में आवासित किया गया है। पूरे मामले में आरपीएफ़ इंस्पेक्टर पंकज कुमार के अलावा आरपीएफ़ अधिकारियों में बालिक मिंज़, आभाष कुमार सिंह, कुंदन कुमार, अभिमन्यु का योगदान रहा। जबकि स्टेशन परिसर में सीडब्लूसी की कार्रवाई में पीएलवी चंदन कुमार, चाइल्ड हेल्प लाइन के नीतेश कुमार, काजल, अमित आदि का योगदान रहा।
सीडब्लूसी अध्यक्ष का बयान
बिहार के गया के बच्चों को अंडा का ट्रे बनाने के काम में लगाया गया था, जबकि दुमका के बच्चों को केरल में सुपारी और नारियल की खेती में लगाया गया था। बच्चों ने बताया कि त्रिशुर का विल्सन प्रतिदिन प्रति बच्चा दो सौ रुपया वसूलता है।
डीएलएसए सचिव का समर्थन
डीएलएसए सचिव राकेश रौशन ने छुट्टी का दिन होने के बावजूद लीगल सपोर्ट दिया। पीएलवी चंदन कुमार को सहयोग के लिए भेजा गया।
पुलिस कर रही है विल्सन की तलाश
पुलिस विल्सन की तलाश कर रही है, जो कथित तौर पर बच्चों को शोषण का शिकार बना रहा था। सीडब्लूसी ने विल्सन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।