नई दिल्ली से हावड़ा तक प्रस्तावित हाई स्पीड रेल प्रोजेक्ट को लेकर शनिवार को अपर समाहर्ता विनोद कुमार की अध्यक्षता में द नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (एन.एच.एस.आर.सी.एल.), ओवरसीज मिंट कंसलटेंट, टीला कंसल्टेंट्स तथा धनबाद जिले के 69 गांव के रैयतों के साथ समाहरणालय के सभागार में बैठक आयोजित की गई।
बैठक में भारत सरकार और रेलवे द्वारा तैयार एलाइनमेंट पर चर्चा की गई। अपर समाहर्ता ने कहा कि प्रोजेक्ट का एलाइनमेंट बनाते समय घनी आबादी, स्कूल, हॉस्पिटल, धार्मिक स्थल प्रभावित नहीं हो, इसे ध्यान में रखकर डीपीआर तैयार किया गया है।
साथ ही कहा कि प्रत्येक गांव में भूमि अधिग्रहण करने से पहले अधिसूचना जारी की जाएगी। अधिसूचना के तहत जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। निर्धारित दर के अनुसार सरकार द्वारा प्रभावितों को मुआवजा दिया जाएगा।
हाई स्पीड रेल प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद झारखंड में कोडरमा और धनबाद में ट्रेन का ठहराव होगा। बैठक में 69 गांव के रैयतों ने अपने-अपने सुझाव भी रखें।
बैठक में अपर समाहर्ता विनोद कुमार, द नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड की सीनियर मैनेजर निकिता धवन, ओवरसीज मिंट कंसलटेंट के फील्ड एग्जीक्यूटिव आरिफ अजीज, फील्ड सुपरवाइजर प्रमोद शर्मा, टिला कंसल्टेंट्स के प्रतिनिधि के अलावा बड़ी संख्या में रैयत मौजूद थे।