एमजीएम के सुपरीटेंडेंट को किया गया स्पष्टीकरण, 24 घंटे के भीतर जवाब समर्पित करने का निर्देश

जमशेदपुर : जिले की उपायुक्त विजया जाधव द्वारा एमजीएम अस्पताल, जमशेदपुर से प्राप्त हो रहे जन शिकायतों के मद्देनजर आम जनता की कठिनाईयों के निराकरण के निमित्त सुदृढ़ चिकित्सीय सेवा बहाल करने तथा अस्पताल की कमियों व खामियों को दूर करने के उद्देश्य से उसके निगरानी व पर्यवेक्षण के लिए पालीवार जिला स्तरीय जांच टीम का गठन किया गया है। जांच टीम में 7 अधिकारियों व 28 कर्मचारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है, जो प्रतिदिन दोपहर 1 से 3 बजे तथा रात में 9 से 11 बजे निरीक्षण कर उपायुक्त को रिपोर्ट करती है।

जांच टीम द्वारा समर्पित प्रतिवदेन के अनुसार अस्पताल में खामिया पायी गयी

  1. CT Scan Machine वर्षो से खराब पड़ा है।
  2. X-Ray Machine का कैमरा व प्रिंटर कई महीनों से खराब है।
  3. लगभग 40 Split A.C कई महीनों से खराब है।
  4. दिनांक 31.05.2023 को दिन के 1 से 3 बजे निरीक्षण के दौरान 5 (पांच) बाह्य श्रोत कर्मी अनुपस्थित पाये गये।
  5. बाह्य श्रोत कर्मियों को नव चयनित एजेन्सी द्वारा ID Card निर्गत नहीं किया गया है।
  6. X-Ray विभाग व अन्य कई वार्ड के शौचालय के छतों से जल का रिसाव हो रहा है, जिससे शार्ट सर्किट होने की संभावना है।
  7. अस्पताल में उपलब्ध 5 एम्बुलेंस में 1 एम्बुलेंस का चाभी गुम हो जाने के कारण उक्त एम्बुलेंस उपयोग में नहीं लाया जा रहा है।
  8. ब्लड बैंक में आवश्यकता से कम ब्लड रहता है। 3.6.2023 को दिन 1 से दोपहर 3 बजे निरीक्षण के दौरान 150 यूनिट मात्र ब्लड स्टॉक पाया गया।
  9. पूछताछ के क्रम में इंचार्ज द्वारा बताया गया कि अस्पताल में ड्रेसर के 20 स्वीकृत पद है लेकिन वर्त्तमान में एक भी ड्रेसर कार्यरत नहीं है व टेकनीशियन से ड्रेसर का कार्य कराया जा रहा है।
  10. पूछताछ के क्रम में बाह्य श्रोत के सुपरवाईजर द्वारा बताया गया कि रविवार को बायो वेस्ट का उठाव नहीं होता है।
  11. अस्पताल परिसर के मुख्य गेट पर व अन्य जगहों में Signage लगा हुआ पाया गया। लेकिन वर्तमान में भी अनेकों जगहों पर Signage लगाने की आवश्यकता है।
  12. 4.06.2023 को दिन के 1 से दोपहर 3 बजे निरीक्षण के दौरान इमरजेंसी वार्ड में 02-03 मरीज़ों को आवंटित बेड का बेडसीट गंदा पाया गया।
  13. मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी रहने पर उन्हें वैकल्पिक व्यवस्था के तहत कॉरिडोर (बरमदा) में बेड आवंटित किया जाता है। उक्त बरामदे में पंखा आदि की अनुपलब्धता के कारण ग्रीष्म ऋतु में मरीजों का काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।

उपायुक्त द्वारा जारी स्पष्टीकरण में कहा गया कि एमजीएम अस्पताल के चिकित्सीय व प्रबंधकीय व्यवस्था को बेहतर बनाने में प्राथमिकता नहीं दी जा रही है। साथ ही उचित पर्यवेक्षण भी नहीं किया जा रहा है जिस कारण दूर-दराज व ग्रामीण सुदूरवर्ती क्षेत्रों से आने वाले जन मानस को उपचार के दौरान काफी कठिनाईयों व असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। जो आपके (एमजीएम सुपरिटेंडेंट) कार्यों के प्रति गैर जिम्मेवारी लापरवाही को दर्शाता है। 24 घंटे के भीतर अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें कि क्यों नहीं आपके इस कृत्य के लिए आपके विरूद्ध प्रशासनिक कार्रवाई के लिए विभाग को संसूचित किया जाय।

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