डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: जिले में आयोजित चौकीदार भर्ती परीक्षा का परिणाम आते ही विवाद खड़ा हो गया है। मंगलवार को दर्जनों अभ्यर्थी डीसी ऑफिस पहुंचे और निष्पक्ष जांच की मांग की। अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि महज तीन दिनों में 5000 बच्चों का परिणाम घोषित करना असंभव लगता है। उन्होंने यह भी कहा कि परिणाम का कटऑफ जारी नहीं किया गया, केवल चयनित उम्मीदवारों की सूची जारी की गई है।
मूल्यांकन प्रक्रिया पर सवाल
अभ्यर्थियों ने परीक्षा की कॉपियों में खामियां होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि परीक्षा के तुरंत बाद तीन दिनों की छुट्टी थी, इसके बावजूद इतनी जल्दी मूल्यांकन कैसे संभव हुआ। यह स्थिति चयन प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
स्थानीय अभ्यर्थियों के साथ भेदभाव का आरोप
अभ्यर्थियों का कहना है कि चयन प्रक्रिया में स्थानीयता को नजरअंदाज कर दूसरे बीट के अभ्यर्थियों को प्राथमिकता दी गई है। इससे स्थानीय अभ्यर्थियों के अधिकारों का हनन हुआ है।
निष्पक्ष जांच और पारदर्शिता की मांग
अभ्यर्थियों ने डीसी से अपील की है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जाए ताकि चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि जब तक जांच पूरी नहीं होती, तब तक नियुक्ति प्रक्रिया को रोका जाए।