झारखंड में वित्तीय घोटालों पर ईडी का शिकंजा: 100 करोड़ की हेराफेरी सहित कई मामलों की जांच तेज

Manju
By Manju
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मिरर डेस्क/ रांची: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने झारखंड में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताओं और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े कई हाई-प्रोफाइल मामलों में अपनी जांच तेज कर दी है। इनमें सरकारी निगमों से 100 करोड़ रुपये की हेराफेरी, मिड डे मील योजना में गड़बड़ी, आयुष्मान भारत योजना में अनियमितता, और भूमि घोटाले जैसे गंभीर मामले शामिल हैं। ईडी की कार्रवाइयों से कई संदिग्धों पर शिकंजा कसा जा रहा है।

झारखंड पर्यटन, विद्युत और ऊर्जा निगम में 100 करोड़ का घोटाला

झारखंड पर्यटन विकास निगम लिमिटेड (जेटीडीसी), झारखंड विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, और झारखंड ऊर्जा उत्पादन निगम लिमिटेड के खातों से 100 करोड़ रुपये से अधिक की हेराफेरी के मामले में ईडी ने इंफोर्समेंट केस इनफॉर्मेशन रिपोर्ट (ईसीआइआर) दर्ज की है। सीआईडी ने पहले चार आरोपितों—गिरजा प्रसाद सिंह, अमरजीत कुमार, रूद्र सिंह, और लोकेश्वर साह—को जेल भेजा था। सीआईडी ने 85 लाख रुपये नकद, 15 लाख के जेवरात बरामद किए और 39.70 करोड़ रुपये फ्रीज किए। ईडी अब सभी संदिग्धों से पूछताछ कर रही है। इस घोटाले में 300 से अधिक फर्जी बैंक खातों का पता चला, जिनमें से अधिकांश पश्चिम बंगाल और उत्कर्ष स्मॉल फाइनांस बैंक से जुड़े हैं।

मिड डे मील योजना में 100 करोड़ का घोटाला
ईडी ने मिड डे मील योजना में 100 करोड़ रुपये की हेराफेरी की जांच शुरू की है। 2017 में भानु कंस्ट्रक्शन के कर्मचारी राजू कुमार वर्मा सहित कई आरोपितों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया गया। 120.31 करोड़ रुपये के हस्तांतरण में से 19.60 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, जिसमें 8.27 करोड़ रुपये विभिन्न खातों में स्थानांतरित किए गए और वाहनों की खरीद में उपयोग हुए। ईडी ने कई आरोपितों को गिरफ्तार किया और करोड़ों की संपत्ति जब्त की।

आयुष्मान भारत योजना में अनियमितता
अप्रैल 2025 में ईडी ने आयुष्मान भारत योजना में कथित अनियमितताओं के संबंध में रांची, दिल्ली, और पश्चिम बंगाल में 21 स्थानों पर छापेमारी की। इस मामले में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के निजी सचिव ओम प्रकाश सिंह और झारखंड स्टेट आरोग्य सोसाइटी (जेएसएएस) से जुड़े अधिकारियों और थर्ड-पार्टी प्रशासकों पर जांच चल रही है।

झारखंड भूमि घोटाला
2023 में रांची में 74.39 करोड़ रुपये की दो भूमि पार्सल (बारीयातु और बाजरा क्षेत्र) से जुड़े भूमि घोटाले में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया। इस केस में आईएएस अधिकारी छवि रंजन सहित 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया। ईडी ने कोलकाता और रांची के भूमि रजिस्ट्रार रिकॉर्ड की फॉरेंसिक जांच कर जालसाजी साबित की।

खनन घोटाला
ईडी झारखंड में खनन से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामलों की भी जांच कर रही है। हाल के वर्षों में अवैध खनन और वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े कई मामले सामने आए हैं।

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