सुलझ गई गोलमुरी ट्रिपल मर्डर केस की गुत्थी, दोस्त ही बना कातिल, बेरहमी से की थी हत्या
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जमशेदपुर : जमशेदपुर के गोलमुरी पुलिस लाइन के स्टाफ क्वार्टर संख्या एलएसजी जे 5 में महिला पुलिसकर्मी सविता रानी, उसकी मां लखिया मुर्मू और बेटी गीता की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। तीनों की हत्या उनके अपने दोस्त एसएसपी के चालक रामचंद्र सिंह जामुदा ने की थी। रामचंद्र ने प्रेम प्रसंग में घटना को अंजाम दिया है। रामचंद्र ने भी अपना अपराध स्वीकार किया है। इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए एसएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि इस घटना को अंंजाम सोनारी के रामचंद्र सिंह जामुदा ने दिया है। रामचंद्र की निशानदेही में घटना में प्रयुक्त लोहे का रॉड और घटना के समय पहना हुआ कपड़ा बरामद किया है। 2016 से सविता और रामचंद्र की दोस्ती थी। दोनों के बीच प्रेम संबंध थे। घर भी आना-जाना था। कुछ समय से रामचंद्र को लगता था कि सविता किसी और के साथ संबंध में है। इस कारण दोनों के बीच मनमुटाव था। 19 जुलाई की रात जब वह सविता के घर गया तो इसी बात को लेकर दोनों के बीच बहस होने लगी और रामचंद्र ने गुस्से में आकर बेरहमी से उसे मौत के घाट उतार दिया। महिला पुलिसकर्मी के बचाव में आई उसकी बेटी और मां की भी उसने हत्या कर दी। तीनों की हत्या गला घोंटने के बाद धारदार हथियार से वार कर किया गया था। घटना को अंजाम देने के बाद कमरे में ताला लगाकर वह चलता बना। कमरे से बदबू आने पर पड़ोसियों ने इसकी जानकारी वरीय अधिकारियों को दी थी। जिसके बाद कमरे का दरवाजा तोड़ा गया। गुरुवार देर बाद रात पुलिस लाइन के क्वार्टर नंबर एलएसजी जे5 निवासी महिला पुलिसकर्मी सविता रानी, उसकी मां लखिया मुर्मू और बेटी गीता का शव बरामद किया गया था। घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था। अनुसंधान करते हुए 15 घंंटे के अंदर ही मामले का खुलासा कर दिया गया।