मिरर मीडिया धनबाद : धनबाद के कोलफिल्ड्स पेट्रोल पंप मालिक आज झारखंड पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के महासचिव शरद दुदानी के नेतृत्व में धनबाद के डीटीओ से मिला और समस्याओं पर चर्चा की। डीटीओ ओम प्रकाश यादव ने कहा कि मुख्यतः दो मुद्दों पर बात करने के लिए एसोसिएशन को बुलाया गया था। पहला मुद्दा तो यह है कि कई पेट्रोल पंपों में प्रदूषण मशीन (पीयूसी) नहीं लगाई गई है, जिस वजह से उन पेट्रोल पंप का लाइसेंस रिन्यूअल नहीं हो पा रहा है। दूसरा था कि धनबाद में बायोडीजल की अवैध बिक्री हो रही है, इस बिक्री को रोकना प्रशासन और पेट्रोल पंप मालिकों दोनों के हित में है, क्योंकि इससे पंप मालिकों के साथ-साथ सरकार को भी राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है। इस पर पंप मालिकों ने आश्वस्त किया है कि जो सूचना मिलेगी, प्रशासन के साथ साझा करेंगे।
कोलफिल्ड पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष माधव सिंह और सचिव संजीव राणा ने बताया कि उनलोगों अपनी समस्याओं को डीटीओ के सामने रखा है।
वही झारखंड पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन(जेपीडीए) के महासचिव शरद दुदानी ने कहा कि दो मामलों पर बात करने के लिए ही हम लोग यहां पहुंचे है। उनका कहना है कि पॉल्यूशन मशीन के लिए प्रशासन या सरकार दबाव तो बना रहे है लेकिन पंप मालिकों को लगभग 05 लाख खर्च करने के बाद भी उनका मेंटेनेंस कॉस्ट भी नहीं निकल रहा है। न पॉल्यूशन सर्टिफिकेट की जांच हो रही है और ना कोई कार्रवाई ,जिससे उदासीनता बढ़ रही है। इधर बायोडीजल (मिलावटी तेल)के संबंध में उन्होंने कहा कि धनबाद में बॉयोडीजल की अवैध बिक्री से सभी पेट्रोल पंप संचालनक परेशान हैं,उनकी बिक्री घट रही है और इसका उपयोग बड़ी-बड़ी कंपनियां, बड़े ट्रांसपोर्टर, आउटसोर्सिंग कंपनियां आदि कर रही हैं, इस पर तत्काल रोक की जरूरत है।
वही कोलफील्ड पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के महासचिव संजीव राणा ने कहा कि यह बात सही है कि धनबाद में बायोडीजल की अवैध बिक्री बढ़ रही है। मैथन, गोविंदपुर आदि कई पॉइंट बने हुए हैं ,इस पर तत्काल रोक लगनी चाहिए, नहीं तो सरकार के साथ-साथ पेट्रोल पंप मालिक को भी भारी नुकसान होगा।