डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: कार्मल स्कूल डिगवाडीह में दसवीं कक्षा की छात्राओं से पेन डे के अवसर पर कथित रूप से शर्ट उतरवाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस प्रकरण पर झारखंड विधिक सेवा प्राधिकरण (झालसा) ने स्वतः संज्ञान लेते हुए पूरे मामले की जांच का निर्देश दिया है। झालसा के निर्देश पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह चेयरमैन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डालसा) वीरेंद्र कुमार तिवारी ने आठ सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है।
जांच टीम ने स्कूल का किया दौरा
रविवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव सह अवर न्यायाधीश राकेश रोशन ने जानकारी दी कि यह जांच लीगल एंड डिफेंस काउंसिल सिस्टम के प्रमुख कुमार विमिलेंदु के नेतृत्व में की जा रही है। टीम में डिप्टी चीफ अजय कुमार भट्ट, सहायक काउंसिल मुस्कान चोपड़ा, सहायक अरुण कुमार, राजेश सिंह, हेमराज चौहान, अनामिका सिंह, रविंदर शर्मा और जोड़ापोखर थाने के एसआई कोलेश्वर राम शामिल हैं। जांच टीम ने कार्मल स्कूल जाकर छात्राओं, उनके अभिभावकों और स्कूल प्रबंधन से बातचीत की। इस दौरान स्कूल के सीसीटीवी फुटेज को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से संबंधित कक्ष को सील कर दिया गया। जांच रिपोर्ट झालसा को भेज दी गई है, जिस पर सोमवार को सुनवाई होगी।
क्या है मामला?
कार्मल स्कूल डिगवाडीह में दसवीं कक्षा की छात्राओं ने पेन डे मनाया था। स्कूल प्रबंधन ने इसे अनुशासनहीनता करार देते हुए कथित तौर पर छात्राओं की शर्ट उतरवाकर उन्हें ब्लेजर पहनने को कहा। जब छात्राएं घर पहुंचीं तो उन्होंने घटना की जानकारी अपने अभिभावकों को दी। नाराज अभिभावकों ने शनिवार को धनबाद की उपायुक्त माधवी मिश्रा से इसकी शिकायत की। इसके बाद मामले की प्रशासनिक जांच शुरू हुई।
झालसा द्वारा गठित टीम की रिपोर्ट पर सोमवार को सुनवाई होगी। अभिभावकों और स्थानीय लोगों ने मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।