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ED ने रांची में जमीन से जुड़े घोटाले में अब तीसरी गिरफ़्तारी की है। बता दें कि जाली दस्तावेज बनाने को लेकर मोहम्मद सद्दाम को गिरफ्तार किया है। मोहम्मद सद्दाम को सेना के उपयोग वाली 4.55 एकड़ व चेशायर होम रोड की एक एकड़ जमीन का जाली दस्तावेज बनाने के मामले में गत वर्ष गिरफ्तार किया था। जो अभी तक होटवार जेल में बंद है।
होटवार जेल में बंद मोहम्मद सद्दाम को अब ED ने इस मामले में किया गिरफ्तार
जानकारी के अनुसार मोहम्मद सद्दाम जमीन का जाली दस्तावेज बनाने में एक अन्य आरोपित अफसर अली के साथ सक्रिय था। वह उस वक्त से ही रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद है। जिसे ED ने अब रांची के सदर थाने में बड़गाईं अंचल के पूर्व राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद पर दर्ज प्राथमिकी के मामले भी गिरफ्तार कर लिया है।
Jharkhand के पूर्व CM से जुड़े केस में भानु प्रताप प्रसाद और अब मोहम्मद सद्दाम की गिरफ़्तारी
आपको बता दें कि ED ने ECIR दर्ज कर जांच के बाद Jharkhand के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया था इसी केस के सिलसिले में ED ने पूर्व राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद और अब मोहम्मद सद्दाम को भी गिरफ्तार किया है।
पूछताछ के लिए रिमांड पर लेने का कोर्ट से ED करेगी आग्रह
मोहम्मद सद्दाम की गिरफ़्तारी के बाद ED उसे विशेष अदालत में प्रस्तुत करेगी जहाँ मोहम्मद सद्दाम से पूछताछ के लिए रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट से आग्रह करेंगी।
ED को हाथ लगी डायरी में जाली डीड बनाने के लिए रुपयों का लेन देन का जिक्र
गौरतलब है कि ED ने विगत 30 मार्च को पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर दाखिल चार्जशीट में बताया था कि 13 अप्रैल, 2023 को ईडी ने भानु प्रताप प्रसाद व अन्य के ठिकानों पर छापामारी की थी और छापेमारी के दौरान मोहम्मद सद्दाम हुसैन, इम्तियाज अहमद व अन्य के ठिकानों से हस्त लिखित डायरी बरामद की थी। इसी डायरी में दो जाली डीड बनाने के लिए रुपयों का लेन-देन के बारे में लिखा था जबकि भानु प्रताप प्रसाद को नकद भुगतान से संबंधित बातों का भी उल्लेख था। डायरी के में करीब 20 लाख रुपये के लेन-देन का भी जिक्र था। इनमें दो लाख रुपये भानु प्रताप प्रसाद को स्थानांतरित हुआ था।
हेमंत सोरेन व परिवार के सदस्यों के नाम दस्तावेज में गलत तरीके से चढ़ाने का कर चूका था तैयारी- ED ने खोल राज़
मोहम्मद सद्दाम उक्त जमीन की प्रकृति बदलने से लेकर हेमंत सोरेन व उनके पारिवारिक सदस्यों के नाम मूल दस्तावेज में गलत तरीके से चढ़ाने, पुराने रैयतों का नाम मिटाने की तैयारी कर चूका था। हालांकि इससे पहले ED को भनक लग गई और पूरा राज़ खुल गया।
ED ने गलत तरीके से खरीद-बिक्री मामले में गत वर्ष किया था गिरफ्तार
ED ने सेना के उपयोग वाली 4.55 एकड़ जमीन की गलत तरीके से खरीद-बिक्री मामले में गत वर्ष 14 अप्रैल 2023 को गिरफ्तार किया था। उस वक्त गिरफ्तार आरोपितों में कारोबारी प्रदीप बागची, बड़गाईं अंचल के तत्कालीन राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, अफसर अली, इम्तियाज खान, तल्हा खान उर्फ सन्नी, फैयाज खान व मोहम्मद सद्दाम शामिल थे।
ED को निजी आवास में मिले थें 11 ट्रंक में भरे जमीन के मूल दस्तावेज जिसके बाद हेमंत पकड़े गए
ED को उस वक्त छापेमारी में भानु प्रताप प्रसाद के निजी आवास से 11 ट्रंक में भरे जमीन के मूल दस्तावेज मिले थे, जिसमें हेराफेरी का खुलासा हुआ था। हालांकि जमीन ज़े जुड़े ये सरकारी दस्तावेज सरकारी दफ्तर में रखे जाते हैं लेकिन उनके निजी आवास से मिले थे। इन्हीं दस्तावेजों में Jharkhand के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का राज खुला और मामला संज्ञान में आने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
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