झारखंड विधानसभा चुनाव में इस बार NDA और इंडिया गठबंधन के साथ-साथ झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (JLKM) का उभार एक नई शक्ति के रूप में देखा जा रहा है। JLKM ने राज्य की कुल 81 सीटों में से 76 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े किए हैं, जो इसे झारखंड की तीसरी बड़ी राजनीतिक शक्ति के रूप में उभरने का संकेत दे रहे हैं। इस तरह का विस्तार राज्य की राजनीति में नई दिशा और रणनीति को दर्शाता है।
JLKM का तेजी से बढ़ता प्रभाव
JLKM के नेतृत्व में जयराम कुमार महतो और उनके संगठन ‘झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति’ (जेबीकेएसएस) ने पिछले कुछ वर्षों में झारखंड के स्थानीय मुद्दों पर लगातार आवाज उठाई है। इसके माध्यम से उन्होंने राज्य के युवाओं और स्थानीय लोगों का ध्यान आकर्षित किया। झारखंड के स्थानीय मुद्दों जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ियां, स्थानीय भाषाओं का संरक्षण और प्राथमिकता देने पर पार्टी ने बड़े पैमाने पर जनसमर्थन प्राप्त किया है।
एनडीए और इंडिया गठबंधन से इतर JLKM की रणनीति
NDA के तहत भाजपा ने 68 और इंडिया गठबंधन के तहत झारखंड मुक्ति मोर्चा ने 43 और कांग्रेस ने 30 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। लेकिन JLKM ने 76 सीटों पर उम्मीदवार उतारकर खुद को इन प्रमुख गठबंधनों के बराबर में खड़ा कर दिया है। राज्य के चुनाव में NDA और इंडिया गठबंधन के अलावा JLKM का ये कदम एक नई राजनीतिक दिशा का संकेत देता है।
चुनाव आयोग की मान्यता और JLKM का चुनाव चिन्ह
भारतीय निर्वाचन आयोग ने JLKM को एक राजनीतिक दल के रूप में मान्यता देते हुए ‘कैंची’ चुनाव चिन्ह आवंटित किया है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में भी JLKM ने अपने उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें से कई उम्मीदवार तीसरे स्थान पर रहे और लगभग साढ़े आठ लाख वोट प्राप्त किए। यह आंकड़े JLKM की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाते हैं और विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए सकारात्मक संभावनाएं बना रहे हैं।
अध्यक्ष जयराम कुमार महतो की सक्रियता
JLKM के अध्यक्ष जयराम कुमार महतो खुद गिरिडीह जिले की डुमरी और बोकारो जिले की बेरमो सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनका इस तरह से दो प्रमुख सीटों पर खड़ा होना JLKM की राज्य में मजबूत उपस्थिति और बढ़ती लोकप्रियता का संकेत है। महतो का स्थानीय मुद्दों पर जोर और उनका जनसमर्थन उन्हें झारखंड की राजनीति में एक अहम नेता के रूप में स्थापित कर रहा है।
जनता की उम्मीदें और JLKM का भविष्य
झारखंड में JLKM के इस तेजी से उभरने के बाद, राज्य की जनता को इस पार्टी से विशेष उम्मीदें हैं। झारखंड की राजनीति में बदलाव की संभावना और स्थानीय मुद्दों को सुलझाने की JLKM की प्रतिबद्धता ने उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बना दिया है। आने वाले विधानसभा चुनावों में JLKM का प्रदर्शन यह तय करेगा कि क्या राज्य में नई राजनीतिक लहर शुरू होने वाली है।