संवाददाता, धनबाद: निरसा पुलिस ने तेज कार्रवाई करते हुए लूटी गई बस के चेसिस को जंगल से बरामद कर लिया है। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है। पुलिस अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीपीओ) रजत मणिक बाखला ने इसकी पुष्टि की।
कैसे हुई लूट?
बुधवार सुबह पश्चिम बंगाल के पानागढ़ से हजारीबाग जा रहे एक बस के चेसिस को निरसा बाजार के पास अज्ञात अपराधियों ने रोककर लूट लिया। घटना के तुरंत बाद चालक ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की और मामले को महज 8 घंटे में सुलझा लिया।
आरोपी ने कबूला गुनाह
जांच के दौरान निरसा खटाल निवासी मंटू यादव का नाम सामने आया। पुलिस हिरासत में पूछताछ के दौरान उसने स्वीकार किया कि उसने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर इस लूट को अंजाम दिया था। आरोपियों ने चेसिस को बेनागड़िया के जंगल में छिपा दिया था। उनका इरादा इस चेसिस को एसी बस में बदलकर फर्जी कागजात के जरिए चलाने का था।
फर्जी नंबर प्लेट वाली बाइक भी जब्त
पुलिस को जांच के दौरान एक पल्सर बाइक भी मिली, जिस पर फर्जी नंबर प्लेट लगी थी। यह बाइक चापापुर के जंगल से बरामद की गई। पुलिस के मुताबिक, मंटू यादव का आपराधिक इतिहास रहा है और उस पर पहले भी निरसा व बरवड्डा थाने में कई मामले दर्ज हैं।
निरसा थाना प्रभारी अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि 8 घंटे के अंदर इस मामले को सुलझा लिया गया। गिरफ्तार आरोपी मंटू यादव को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, जबकि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।