डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: रेलकर्मियों की दिन प्रतिदिन बढ़ती स्थानीय और राष्ट्रीय समस्याओं के प्रति केन्द्र सरकार और रेल प्रशासन की उपेक्षापूर्ण नीतियों से रेलकर्मियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। इन सब के प्रति धारदार आंदोलन की रुपरेखा तैयार करने और जरूरी रणनीति बनाने के लिए ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के केन्द्रीय पदाधिकारियों की आपातकालीन बैठक पटना में जयप्रकाश नारायण ट्रेड यूनियन प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित की गई।
इस बैठक की अध्यक्षता केन्द्रीय अध्यक्ष कॉम डी के पाण्डेय और संचालन महामंत्री कॉम एस एन पी श्रीवास्तव ने की।
बैठक में फेडरेशन ने स्पष्ट रूप से अपनी बात रखी कि पुराने पेंशन से कम कुछ स्वीकार नहीं है। लेकिन इस दिशा में केन्द्र सरकार की तरफ से अभी तक कोई पहल नहीं किये जाने से रेलकर्मियों सहित सभी अन्य केन्द्रीय कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ रहा है।
मालूम हो कि फेडरेशन के आह्वान पर ईसीआरकेयू सहित सभी जोनल यूनियनों ने पुराने पेंशन स्वीकार नहीं किए जाने की स्थिति में अनिश्चित कालीन अखिल भारतीय स्तर पर रेल हड़ताल पर जाने के लिए रेलकर्मियों का मंतव्य लिया था। इसमें 98 प्रतिशत रेलकर्मियों ने हड़ताल पर जाने के लिए अपनी सहमति दी थी।
वहीं 28 फरवरी को संयुक्त फोरम की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि एक मई 2024 की सुबह 8 बजे से रेल हड़ताल किया जाएगा और इसके लिए नियमानुसार सभी जोन्स के महाप्रबंधक को हड़ताल नोटिस दिया जाएगा। ईसीआरकेयू के केन्द्रीय पदाधिकारियों का एक प्रतिनिधिमण्डल 19 मार्च को हाजीपुर महाप्रबंधक को यह हड़ताल नोटिस देगा जबकि इसी दिन मंडल स्तर पर रेलकर्मी अपनी मांग को लेकर धरना प्रदर्शन करेंगे।
जानकारी देते हुए ईसीआरकेयू के अपर महामंत्री सह धनबाद मंडल के पी एन एम प्रभारी मो ज़्याऊद्दीन ने कहा कि उक्त निर्णय के अलावा रनिंग कर्मचारियों पर रेल प्रशासन द्वारा अनावश्यक रूप से डाले जा रहे कार्य दबाव और अन्य महत्वपूर्ण मांगों पर प्रशासनिक निष्क्रियता के विरोध में 2 अप्रैल को पूरे जोन के सभी क्रू लॉबी पर विरोध सह आक्रोश प्रदर्शन किया जाएगा
ईसीआरकेयू के केन्द्रीय स्तर पर हुई इस विशेष बैठक में धनबाद मंडल का प्रतिनिधित्व डी के पाण्डेय,मो ज़्याऊद्दीन,ओ पी शर्मा,सोमेन दत्ता,नेताजी सुभाष सहित सभी मंडलों के केन्द्रीय पदाधिकारी सम्मिलित हुए।