मिरर मीडिया : जेठ, बैशाख की गर्मी का अनुभव फ़रवरी माह में ही देखने को मिल रही है। हालांकि 24 घंटे में सर्द और कड़क धूप दोनों तरह के मौसम से थोड़ी बहुत स्वास्थ्य परेशानी हो सकती है। मौसम के बदलते रंग ने मौसम के जानकारों को भी हैरत में डाल दिया है। फरवरी के महीने में ही अप्रैल-मई जैसी गर्मी पड़ने लगी है। धूप के तेवर बढ़ते ही जा रहे हैं।
विगत 20 अक्टूबर को मानसून की विदाई हुई थी हालांकि मानसून कमजोर रहने के बाद इस बार ठंड भी ज्यादा दिनों तक असर नहीं दिखा सकी। फरवरी की शुरुआत के साथ ही तापमान चढ़ने लगा है। पिछले आठ दिनों के आंकड़े बताते हैं कि धनबाद में अधिकतम तापमान में सात डिग्री की बढ़ोतरी हो गई है। न्यूनतम तापमान भी सामान्य से ऊपर है और आठ दिनों में तीन से चार डिग्री तक उछाल आया है।
तापमान में असामान्य बढ़ोतरी से दिन और रात के तापमान मे अंतर आ गया है। दिन में धूप कड़े लग रहे है तो रात और अलसुबह का मौसम सर्द बना हुआ है। इससे बीमार होने का खतरा बढ़ गया है।
हालंकि मौसम विभाग से जारी अपडेट के अनुसार, 25 फरवरी से पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है। इससे फरवरी के अंतिम दिनों में मौसम में बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। पश्चिमी विक्षोभ से हवा की दिशा बदलने से तापमान में बदलाव के आसार हैं।