दुर्गा पूजा पर विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात रहेंगे 32 जोनल, 18 सुपर जोनल व 261 स्टैटिक दण्डाधिकारी, 24X7 कार्यरत रहेगा जिला नियंत्रण कक्ष, असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी

Manju
By Manju
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जमशेदपुर : दुर्गा पूजा के दौरान विधि व्यवस्था के बेहतर संधारण को लेकर आयुक्त कोल्हान मनोज कुमार की अध्यक्षता में तीनों जिले के प्रशासनिक व पुलिस के वरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलावार लाइसेंसी व गैर लाइसेंसी पंडालों के संख्या की समीक्षा, अतिसंवेदनशील व संवेदनशील पूजा पंडाल, थाना वार शांति समिति बैठक की अधतन स्थिति, विसर्जन रूट चार्ट, यातायात व्यवस्था, पंडालों में व्यवस्था, अग्निशमन, एंबुलेंस, दण्डाधिकारी, पुलिस बल व चिकित्सक प्रतिनियुक्ति, ड्राई डे, कंट्रोल रूप अधिष्ठापन आदि की समीक्षा की गई।

26 सितंबर से दशहरा प्रारंभ है, वहीं 01 से 04 अक्टूबर तक पूजा पंडालों में प्रतिमा दर्शन के लिए श्रद्धालु आने शुरू होंगे तथा 05 अक्टूबर को प्रतिमा का विसर्जन किया जाना है। जिला उपायुक्त विजया जाधव द्वारा पूजा को लेकर प्रशासनिक तैयारियों की जानकारी देते हुए बताया गया कि पूर्वी सिंहभूम जिले में कुल दुर्गा पूजा पंडालों की संख्या 557 है जिनमें 345 शहरी क्षेत्र तथा 112 ग्रामीण क्षेत्र के हैं। शहरी क्षेत्र में कुल लाइसेंसी 284, गैर लाइसेंसी 61 तथा ग्रामीण क्षेत्र में लाइसेंसी 78 व गैर लाइसेंसी 34 पंडाल हैं। विधि व्यवस्था के बेहतर संधारण को लेकर जिला प्रशासन द्वारा 32 जोनल दण्डाधिकारी, 18 सुपर जोनल दण्डाधिकारी, 261 स्टैटिक दण्डाधिकारी तथा पेट्रोलिंग पार्टी 36 की प्रतिनियुक्ति की गई है। 30 सितंबर को दण्डाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी को ब्रीफिंग की जाएगी। वहीं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति को लेकर उन्होने कहा कि 1000 जिला पुलिस बल, 500 बाहरी बल, 150 एनसीसी, 150 नागरिक सुरक्षा, 500 होमगार्ड, RAP एवं RAF की 1-1 टुकड़ी की तैनाती की जाएगी। जिला स्तरीय कंट्रोल रूम के अतिरिक्त एक कंट्रोल रूम घाटशिला अनुमंडल तथा जेएनएसी, मानगो नगर निगम व जुगसलाई नगर परिषद में भी कंट्रोल रूप की स्थापना की जाएगी।

पश्चिमी सिंहभूम के जिला उपायुक्त अनन्य मित्तल द्वारा प्रशासनिक तैयारियों से अवगत कराते हुए बताया गया कि कुल 101 पूजा पंडालों में से 95 लाइसेंसी व 06 गैर लाइसेंसी पंडाल हैं। जिला में कुल 158 स्थानों पर 557 सशस्त्र बल तथा 811 लाठी बल की प्रतिनियुक्ति रहेगी तथा अतिरिक्त 300 गृहरक्षकों की मांग मुख्यालय से की गई है। जिला नियंत्रण कक्ष व पुलिस नियंत्रण कक्ष क्रियाशील रहेगा।

सरायकेला खरसांवा में 96 लाइसेंसी व 93 गैरलाइसेंसी पंडाल। वहीं विधि व्यवस्था के संधारण को लेकर 174 पुलिस पदाधिकारी, 312 सशस्त्र बल, 215 लाठी बल, 36 महिला लाठी बल, 165 चौकीदार की प्रतिनियुक्ति रहेगी। जिला नियंत्रण कक्ष 24X7 कार्यरत रहेगा। पूर्वी सिंहभूम में 20 पंडाल, सरायकेला खरसांवा में 13 तथा पश्चिमी सिंहभूम में 9 प्रमुख संवेदनशील स्थान चिन्हित किए गए हैं।

पूजा पंडालों में बैरिकेडिंग, ड्रॉप गेट, कचड़ा उठाव व डस्टबीन की व्यवस्था, स्टैज का निर्माण, नो प्लास्टिक, नो स्मोकिंग को लेकर जागरूकता, माईकिंग की व्यवस्था, सी.सी.टी.वी की व्यवस्था, लाईटिंग व हाईमास्ट लाईट की व्यवस्था, चलंत शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।

आयुक्त कोल्हान ने कहा कि सभी पूजा पंडाल में पूजा समिति भी अपने स्तर से सीसीटीवी का अधिष्ठापन तथा अग्निशमन यंत्र की व्यवस्था करेंगे। प्रशासन की तरफ से भी उक्त संबंध में असामाजिक तत्वों के विरूद्ध आवश्यक कार्रवाई को लेकर जरूरी व्यवस्था की जाएगी। आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए तीनों जिला में भी प्रशासनिक स्तर पर अग्निशन वाहन के इंतजाम सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया। थाना प्रभारी, ओपी प्रभारी को महत्वपूर्ण स्थानों पर नियमित गश्ती का निर्देश दिया गया है। सोशल मीडिया के माध्यम से अफवाह फैलाकर विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करने वाले आसामाजिक तत्त्वों पर कड़ी निगरानी रखने व अफवाह फैलाने की सूचना मिलने पर तत्काल सुरक्षात्मक व निरोधात्मक कार्रवाई के लिए सभी पुलिस पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है। सभी थाना प्रभारी, पदाधिकारी बॉडी प्रोटेक्टर, हेल्मेट, कैनशील्ड व एंटी राइट डिवाइस के साथ रहेंगे। ताकि आपात स्थिति में आवश्यक कार्रवाई की जा सके तथा विसर्जन के दौरान भी यही व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।

बैठक में विसजर्न के दौरान भी विधि व्यवस्था के संधारण तथा आवश्यक जन सुविधाओं को लेकर चर्चा की गई। जिसमें घाटो व पथों की मरम्मती, पेड़ की छंटाई, विसर्जन पथ में हाई मास्ट लाइट की व्यवस्था, विसजर्न रूट में सी.सी.टी.वी अधिष्ठापन, बैरिकेडिंग की व्यवस्था, टैंकर से जलापूर्ति, घाट के डेंजर लेबल को बैलून लगाकर चिन्हत करना, वीडियोग्राफी की व्यवस्था, वॉच टॉवर, लाउड स्पीकर की व्यवस्था, घाटो में गोताखोर की व्यवस्था, क्रेन व हाईड्रा की व्यवस्था तथा राज्य सरकार से प्राप्त निर्देशानुसार प्रमंडल में ड्राई डे की घोषणा का निर्णय लिया गया।

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