मिरर मीडिया : टाटा ने 18,000 करोड़ की बोली लगाकर देश की सरकारी एअरलाइंस को पुनः अपने नाम कर लिया हैं। इस बाबत रतन टाटा ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने जेआरडी टाटा की एक तस्वीर शेयर कर लिखा है-वेलकम बैक टाटा ने एअर इंडिया के लिए 18,000 करोड़ की बोली लगाई थी।
https://twitter.com/RNTata2000/status/1446431109122650118?t=-_r7iWtY2x_h_5rvrS-D3g&s=19
उन्होंने एक नोट शेयर किया है जिसमें लिखा है- टाटा ग्रुप द्वारा एअर इंडिया की बोली जीतने की खबर बेहद खुशी वाली है। एअर इंडिया को दोबारा खड़ा करने में अच्छी-खासी मेहनत लगेगी। आशा है कि ये उड्डयन के क्षेत्र में टाटा ग्रुप की मौजूदगी को और ताकतवर बनाएगी। उन्होंने जेआरडी टाटा को याद करते हुए लिखा है-अगर वो आज होते इस क्षण को देखकर बेहद खुश होते।
पेमेंट की बात करें तो दीपम सचिव ने कहा कि टाटा ग्रुप 15300 करोड़ रुपए एयर इंडिया के कर्ज को चुकाएगी और बकाया 2700 करोड़ सरकार को देगी। सरकार एयर इंडिया में 100 फीसदी हिस्सेदारी बेच रही है। इस डील में एयर इंडिया की AI Express Ltd में 100 फीसदी हिस्सेदारी और Air India SATS Airport Services में 50 फीसदी हिस्सेदारी भी शामिल है।
बता दें कि 1932 में जेआरडी टाटा ने एयर इंडिया को टाटा एयरलाइंस के नाम से लॉन्च किया था। 1946 में टाटा एयरलाइंस का नाम बदल कर के एयर इंडिया कर दिया गया। 1953 में सरकार ने एयर इंडिया को टाटा से खरीद लिया था। साल 2000 तक यह सरकारी एयरलाइन मुनाफे में चलती रही। लेकिन 2001 के बाद इसके बुरे दिन शुरू हो गए। एयर इंडिया के घाटे को लेकर कई अधिकारियों पर गाज गिरी थी।