जमशेदपुर : 1-14 नवंबर तक संचालित राज्य सरकार का महत्वाकांक्षी कार्यक्रम ‘आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार’ का दूसरा चरण आज संपन्न हुआ। दोनों चरणों को मिलाकर कुल 230 शिविर आयोजित किए गए, जिनमें 185 पंचायत स्तरीय व नगरीय निकाय के 45 शिविर शामिल हैं। इस दौरान दोनों चरणों में करीब 5.5 लाख से ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए। वहीं अंतिम दिन आयोजित 10 शिविरों में करीब 30 हजार आवेदन आए। पंचायत स्तरीय शिविर के माध्यम से सरकार के विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से ज्यादा से ज्यादा सुयोग्य लाभुकों को आच्छादित करने का यह अभियान पूर्वी सिंहभूम जिले में काफी सफल रहा। जहां राज्य में सबसे ज्यादा आवेदन इसी जिले में प्राप्त हुए हैं।

दूसरे चरण के समापन के अवसर पर जिले के सभी वरीय पदाधिकारी पंचायत स्तरीय शिविरों में मौजूद रहे। मुसाबनी प्रखंड के कुईलीसुता पंचायत में आयोजित शिविर में विधायक घाटशिला रामदास सोरेन मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। मौके पर सांसद जमशेदपुर के प्रतिनिधि दिनेश साहू, जिला उपायुक्त विजया जाधव, अपर उपायुक्त सह वरीय प्रभारी मुसाबनी सौरभ सिन्हा, निदेशक एनईपी ज्योत्सना सिंह, बीडीओ सीमा कुमारी, सीओ रामनरेश सोनी, जिला कृषि पदाधिकारी मिथिलेश कालिंदी, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा सुश्री निशा कुमारी समेत जिला व प्रखंड के अन्य पदाधिकारी तथा जिला परिषद सदस्य, प्रमुख, उप प्रमुख, पंचायत के मुखिया एवं अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
इस अवसर पर विधायक घाटशिला व जिला उपायुक्त ने बारी बारी से लोगों की समस्याओं को सुना तथा सरकार की योजनाओं का लाभ लेने के लिए ज्यादा से ज्यादा आवेदन जमा करने के लिए प्रेरित किया। शिविर में आई भूईंयाबोरो ग्राम की अनाथ प्रीति पातर ने उपायुक्त के समक्ष जब आगे पढ़ने की जताई तो तत्काल उन्होने बीईईओ को कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में नामांकन कराने के आदेश दिए। 10वीं पास प्रीति का नामांकन अगले सत्र में लिया जाएगा। उपायुक्त ने प्रीति को सावित्री बाई फुले समृद्धि योजना तथा अन्य योजनाओं में भी योग्य पाये जाने पर आच्छादित करने के निर्देश प्रखंड के पदाधिकारियों को दिए। शिविर में लगभग 3500 आवेदन आए। जिनमें सावित्री बाई फुले समृद्धि योजना के 171, सर्वजन पेंशन के 81, प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति के 101, हरा राशन कार्ड के 10 तथा कराशन कार्ड में अपडेट के लिए 3 आवेदन, पीएम आवास के 133, ई श्रम पोर्टल पर 296 लोगों का निबंधन किया गया। 11 लोगों को लगान रसीद निर्गत किया गया। वहीं 25 नए मनरेगा कार्य का भी आवंटन हुआ, 5 लोगों के बीच वन पट्टा का वितरण किया गया। सोना सोबरन धोती साड़ी योजना का लाभ 490 लोगों को मिला, 345 लोगों के बीच कंबल वितरण किया गया। स्वास्थ विभाग की ओर से 232 लोगों को कोविड- 19 का बूस्टर डोज लगाया गया। आयुष्मान भारत में 16 लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया। इस मौके पर अतिथियों ने 3 महिलाओं की गोदभराई, 02 नवजात बच्चों का अन्न प्रासन्न कराया।
कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए विधायक घाटशिला ने कहा कि दो चरणों में आयोजित इन पंचायत स्तरीय शिविरों के माध्यम से राज्य सरकार का प्रयास रहा कि सरकार की योजनाओं से वंचित हर उस वर्ग तक पहुंचा जाए, जो किसी कारणवश अब तक सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं ले पायें हैं तथा वे इसके लिए सुयोग्य भी हैं। उन्होने मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि यह परिकल्पना करना कि पंचायतों में शिविर लगाकर लोगों को सरकार की योजनाओं से जोड़ा जाए, अपने आप में अद्भूत रहा जिससे प्रखंड या जिला मुख्यालय तक नहीं पहुंच पाने वाले व्यक्ति भी पंचायतों में आसानी से आकर लाभ ले सकें।
जिला उपायुक्त ने दोनों चरणों के सफल संचालन व ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी पर खुशी जताते हुए कहा कि जागरूक जिलेवासियों के कारण यह अभियान काफी सफल रहा। जहां पूरे राज्य में सबसे ज्यादा आवेदन दोनों चरणों में इस जिले में आए। उन्होंने कहा कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से कोई योग्य लाभुक वंचित नहीं रह जाएं। इसका विशेष ध्यान रखते हुए ज्यादा से ज्यादा आवेदन प्राप्त करने का प्रयास रहा। मुख्यमंत्री रोजगार सृजन हो या मुख्यमंत्री पशुधन विकास ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के उद्देश्य से इन योजनाओं का लाभ आम जनता तक पहुंचाया गया। सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना के तहत किशोरियों को लाभान्वित किए जाने का कार्य हुआ। जिससे स्कूल में पढ़ने वाली छात्रात्रों को पठन-पाठन के लिए आर्थिक आजादी, बाल विवाह जैसी कुरीतियों का समापन तथा महिला सशक्तिकरण पर बल देना रहा। फुलो-झानो आशीर्वाद योजना के माध्यम से हड़िया दारू बेचने का कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानजनक रोजगार का अवसर प्रदान किया गया। सर्वजन पेंशन योजना से बुजुर्गों व निराश्रितों को एक आर्थिक सहायता प्रदान करने की कोशिश की गई। ऐसी कई कल्याणकारी योजनाएं जिससे आम जनता के दैनंदिन जीवन की परेशानियों को कम किया जा सके। उसे धरातल पर उतारने का हमारा प्रयास रहा। जमीन संबंधी मामले हों या वन पट्टा वितरण सभी का लाभ पंचायत स्तरीय शिविरों के माध्यम से लोगों को दिया गया।