बिहार में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और सांसद प्रियंका गांधी समेत चार कांग्रेस नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया गया है। बिहार में महिलाओं को हर माह 2500 रुपए देने के वादे वाले वीडियो के वायरल होने के बाद प्राथमिकी दर्ज कराई गई। इसको लेकर नगर थाने में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं-राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, बिहार प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम और सदर विधायक आनंद शंकर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। एफआईआर दर्ज कराने वाले भाजपा नेता और पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह के कार्यालय प्रतिनिधि मृत्युंजय कुमार सिंह हैं।

मृत्युंजय का आरोप है कि वीडियो में ‘माई बहिन मान योजना’ के नाम पर महिलाओं को गुमराह किया जा रहा है। आरोप है कि वीडियो में एक युवक कथित तौर पर महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करता दिख रहा है, जिसके हाथ में इन नेताओं की तस्वीर वाला पोस्टर है। इसके अलावा फॉर्म के साथ पर्सनल डिटेल्स शेयर कराये जाने को मृत्युंजय ने गंभीर अपराध बताते हुए इसकी विस्तृत जांच कराए जाने की मांग की है।
महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचाने का आरोप
बीजेपी नेता ने बताया कि 4 अगस्त को अपने मोबाइल नंबर पर एक वाट्सऐप स्टेटस में वीडियो देखा, जिसमें एक मस्जिद की तस्वीर, एक युवक की आवाज और महिलाओं से ‘योजना फॉर्म’ भरने की अपील की गई थी। वीडियो में युवक कहता है, ‘औरंगाबाद की मां-बहनों को हर माह 2500 रुपए मिलेंगे। चाहे गोरी हो या काली-कलूटी, हर लड़की इस फॉर्म को भर सकती है।’ इस प्रकार की भ्रामक और अपमानजनक भाषा के जरिए जनता को धोखा, चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास और महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचाया जा रहा है।
फॉर्म पर कांग्रेस नेताओं की तस्वीरें
बीजेपी नेता मृत्युंजय कुमार सिंह ने बताया कि इस वीडियो में दिखाई देने वाले फॉर्म पर कांग्रेस नेताओं की तस्वीरें हैं। प्राथमिकी में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, कुटुम्बा के विधायक व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार, औरंगाबाद सदर विधायक आनंद शंकर सिंह समेत उन सभी अज्ञात को अभियुक्त बनाया गया है, जो वीडियो में दिख रहे हैं तथा जिनकी आवाज में वीडियो रिकॉर्ड है।
झूठी सरकारी योजना के प्रचार का आरोप
शिकायतकर्ता का कहना है कि इस वीडियो के जरिए महागठबंधन नेताओं की छवि का इस्तेमाल कर एक झूठी सरकारी योजना का प्रचार किया जा रहा है, जबकि वास्तव में ऐसी कोई योजना सरकार की ओर से नहीं चलाई जा रही है। मामले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार से पक्ष जानने के लिए जब उन्हें कॉल किया गया तो कॉल उनके पीए ने रिसीव किया। पीए ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष अभी वोटर अधिकार यात्रा की तैयारी को लेकर कांग्रेस के प्रभारी अल्ल्लावरू और अन्य नेताओं के साथ मीटिंग में है। मोबाइल मेरे पास है। मीटिंग खत्म होने के बाद उनसे बात करा दूंगा। मुझे मीटिंग में अंदर जाने की इजाजत नहीं है
महागठबंधन का प्रस्तावित मेनिफेस्टो- आनंद शंकर
मामले में औरंगाबाद के सदर विधायक आनंद शंकर सिंह ने कहा कि जिस योजना की बात वीडियो में है और जिस पर प्राथमिकी में की गई, वो महागठबंधन के प्रस्तावित मेनिफेस्टो का हिस्सा है। सभी राजनीतिक दल अपने-अपने घोषणापत्र का प्रचार-प्रसार करते हैं। लेकिन हमारे विरोधियों-विपक्षियों की ओर से इसे तोड़-मरोड़कर, ओछी राजनीति के तहत चुनाव पूर्व एक मुद्दा बनाया जा रहा है, जो कहीं से भी उचित नहीं है।

