जमशेदपुर। शहर की धार्मिक संस्था अतिउत्तम शक्ति परिवार द्धारा हर साल की तरह इस साल भी मंगलवार को अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर हरहरगुटू स्थित अति उत्तम शक्ति दरबार मे चार धाम और साथ नदियों से लाये गये जल और विभिन्न प्रकार के फलो के रस से अति उत्तम त्री शक्ति शिला का रुद्राभिषेक पूजा अर्चना की गयी। साथ ही भगवान विष्णु के अवतार परशुराम जी की भी पूजा की गयी। अक्षय तृतीया के दिन ही परशुराम जयंती मनाई जाती है। अष्टचिरंजीवियों में से एक भगवान परशुराम कलियुग में भी जीवित माने जाते हैं। मानव कल्याण, समाज में शांति, देश की सुख समृद्धि और वातावरण की शुद्धि के लिए संस्था के संस्थापक भक्त राजा सुर्य देव उत्तम परम हंस ने सुबह सात बजे से ही पूजा शुरू की। अति उत्तम शक्ति शिला का भव्य श्रृंगार किया गया। पूजा के दौरान तीनो देव और शक्तियो का मिलान करवाया गया। समृद्धि षष्ठी यज्ञ कर हवन किया गया। इस दौरान प्रभु जगन्नाथ जी की विशेष पूजा की गयी। ज्ञात हो कि अक्षय तृतीया के दिन भक्त राजा सुर्य देव उत्तम परम हन्स जी को माँ महाशक्ति ने आदेश दिया और मां उत्तमता की देवी का नाम राजे राजेश्वर राज कुमारी माँ अति उत्तमेश्वरी हुआ। माता ने कहा कि इस घोर कलयुग मे इस अति उत्तम शक्ति शिला का एक मात्र दर्शन से भक्तो का हर पाप नाश हो जाता है। जब कही से माँ नही सुनेगी तो जगत पुत्री के दरबार मे जरुर सुनेगी। इस दरबार मे सभी माताओ का अशीर्वाद माँ अति सदेव जगत पुत्री कुल्लु रानी पर रहेगा ताकि धर्म की रक्षा सबकी हृदय मे उत्तमता वास और विश्व का कलयण हो। इस धार्मिक कार्यक्रम को सफल बनाने में पंडित सुशान्तो नोना, माँ कुल्लु रानी, कृत्तिका कल्याणी, दिव्यान्शी, सुर्यान्शी, राज दीप, संजय, किशन, प्रिया, पंकज, रूस्तम आदि का योगदान रहा। कार्यक्रम में मौजूद सभी भक्तो को प्रसाद एवं उपहार दिया गया।