9 किमी सड़क में हो रहा है स्टील स्लैग का प्रयोग
सड़क बेस को मजबूती प्रदान करने के लिए किया जाता है स्टील स्लैग का प्रयोग
ग्रामीण सड़कों के निर्माण में पहली बार किया जा रहा है नैनो टेक्नोलॉजी का प्रयोग
मिरर मीडिया : निरसा प्रखंड में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के अंतर्गत संगामहुल से खोखड़ा पहाड़ी तक बन रही ९ किलोमीटर की सड़क में नैनो टेक्नोलॉजी से स्टील स्लैग का प्रयोग किया जा रहा है। इसकी जानकारी देते हुए ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता मनोज कुमार ने बताया कि ग्रामीण कार्य विभाग, झारखंड के अभियंता प्रमुख मुरारी भगत एवं प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के मुख्य अभियंता जय प्रकाश सिंह के विशेष प्रयास से इस नैनो टेक्नोलॉजी का प्रयोग ग्रामीण सड़कों के निर्माण में पहली बार धनबाद में किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि स्टील स्लैग जहां पर्यावरण संरक्षण में सहायता प्रदान करता है वहीं सड़क के बेस में इसका उपयोग करने से बेस को अतिरिक्त मजबूती मिलती है।
स्टील स्लैग टाटा स्टील से प्राप्त किया जाता है। ९ किलोमीटर की सड़क निर्माण में कुल २ लाख घन मीटर स्टील स्लैग की आवश्यकता है। जिसमें अब तक एक लाख घन मीटर स्टील स्लैग कार्यस्थल पर डंम कर लिया गया है और निर्माण कार्य सुचारू रूप से जारी है। जमशेदपुर में कई किलोमीटर की सड़कें इस नैनो टेक्नोलॉजी से बनाई गई है।