देशभर में मौसम ने करवट ली है। उत्तर भारत में जहां कड़ाके की ठंड और शीतलहर का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, वहीं दक्षिण भारत के राज्यों में मूसलाधार बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आने वाले दिनों में मौसम के और सख्त तेवर दिखाने की संभावना जताई है।
उत्तर भारत: ठंड और शीतलहर का कहर
पहाड़ों में बर्फबारी का सिलसिला जारी है, जिससे मैदानी इलाकों में तापमान तेजी से गिर रहा है। रविवार को दिल्ली-एनसीआर में हुई बारिश के बाद न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। दिल्ली और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में घना कोहरा छाने लगा है।
दिल्ली-एनसीआर: ठंड बढ़ने के साथ कोहरे का असर भी दिखाई दे रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान 6 डिग्री के आसपास बना रहेगा।
उत्तर प्रदेश: राज्य में बारिश और हिमालय से आने वाली ठंडी हवाओं के चलते शीतलहर की स्थिति बन गई है। कई जिलों में तापमान गिरने और ठंड बढ़ने की संभावना है।
राजस्थान: बीकानेर और श्रीगंगानगर में तापमान में 3-4 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई है। शीतलहर के कारण कंपकंपाने वाली ठंड ने लोगों को घरों में दुबकने पर मजबूर कर दिया है।
हिमाचल और जम्मू-कश्मीर: इन इलाकों में बर्फबारी का दौर जारी है। आईएमडी के अनुसार, 10 दिसंबर के बाद से ठंड और बढ़ने की संभावना है।
दक्षिण भारत: भारी बारिश का अलर्ट
दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण दक्षिण भारत में भारी बारिश का अनुमान है।
तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल: 10 से 13 दिसंबर तक इन इलाकों में भारी बारिश की संभावना है।
आंध्र प्रदेश और केरल: तटीय इलाकों में भी बारिश का असर दिखेगा। 14 दिसंबर को केरल और माहे में मूसलाधार बारिश हो सकती है।
नया मौसमी तंत्र: 15 से 17 दिसंबर के बीच एक नई प्रणाली के सक्रिय होने की संभावना है, हालांकि इसकी तीव्रता कम रहने की उम्मीद है।
अगले कुछ दिनों का पूर्वानुमान
उत्तर भारत में ठंड का कहर और शीतलहर का प्रकोप जारी रहेगा। वहीं, दक्षिण भारत में बारिश से जनजीवन प्रभावित हो सकता है। मौसम के इस बदले मिजाज के बीच लोगों को सतर्क और सुरक्षित रहने की सलाह दी गई है।