धनबाद जिले के बीसीसीएल गोविंदपुर क्षेत्र संख्या तीन में हिल टॉप एजेंसी द्वारा चारदीवारी निर्माण को लेकर हुए विवाद के बाद स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। इस विवाद में फायरिंग और बमबाजी की घटना ने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया था। इसके बाद सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी के कार्यालय में आगजनी की घटना सामने आई, जिससे राजनीतिक हलकों में भी हलचल मच गई है।
सोमवार को आजसू प्रमुख और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुदेश महतो ने घटनास्थल का दौरा किया और प्रभावित लोगों से मुलाकात की। सुदेश महतो ने सबसे पहले सांसद प्रतिनिधि रमाशंकर तिवारी के घर खरखरी बस्ती जाकर उनके परिवार और स्थानीय लोगों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि प्रशासन को इस मामले में निष्पक्ष जांच करनी चाहिए।
कार्यालय का निरीक्षण और मीडिया से बातचीत
इसके बाद सुदेश महतो ने सांसद कार्यालय का दौरा कर वहां हुए नुकसान का जायजा लिया। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में बीसीसीएल प्रबंधन और स्थानीय असामाजिक तत्वों की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है। उन्होंने कहा कि पूरे कोयलांचल क्षेत्र में जब भी ग्रामीण अपनी समस्याओं को उठाने का प्रयास करते हैं, उन्हें दबाने की कोशिश की जाती है।
सुदेश महतो ने आगे कहा,
“यह केवल गोविंदपुर की समस्या नहीं है, बल्कि पूरे झारखंड में ऐसा हो रहा है। ग्रामीणों की आवाज को दबाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। यहां तक कि अगर एक सांसद भी जनहित में आवाज उठाते हैं, तो उनके कार्यालय को भी निशाना बनाया जाता है। यह लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा है।”
घटनास्थल पर प्रमुख नेता उपस्थित
इस मौके पर कई प्रमुख नेता भी मौजूद थे, जिनमें शामिल हैं:
👉 सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी
👉 पूर्व मंत्री रामचंद्र साहिल
👉 मांडू विधायक निर्मल महतो (उर्फ तिवारी महतो)
👉 प्रवीण प्रभाकर
👉 देवचरण भगत
👉 नवीन महतो
👉 अमरेंद्र कुमार
मामले की जांच की मांग
सुदेश महतो ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए प्रशासन से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि इस तरह की घटनाओं पर रोक नहीं लगाई गई तो जनता का प्रशासन से भरोसा उठ जाएगा।
क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई
फायरिंग और बमबाजी की घटना को देखते हुए प्रशासन ने क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है। स्थानीय लोगों में अभी भी डर और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है। प्रशासन ने कहा है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
स्थानीय लोगों ने नेताओं से गुहार लगाई है कि वे उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाएं और बीसीसीएल प्रबंधन को भी इस मामले में जवाबदेह ठहराया जाए।