झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) द्वारा आयोजित मैट्रिक परीक्षा के दौरान पेपर लीक का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। पहले हिंदी और अब विज्ञान के प्रश्न पत्र के वायरल होने की खबरें सामने आई हैं। परीक्षा 20 फरवरी को होनी थी, लेकिन प्रश्नपत्र लीक की पुष्टि होने के बाद झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने विज्ञान और हिंदी की परीक्षा रद्द कर दी है।
JAC ने जारी किया पत्र
JAC द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि सोशल मीडिया और समाचार माध्यमों में लगातार परीक्षा से पहले प्रश्नपत्र वायरल होने की खबरें आ रही थीं। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए परिषद ने जांच शुरू कर दी थी। जांच में पेपर लीक की पुष्टि होने के बाद हिंदी और विज्ञान की परीक्षाएं रद्द कर दी गईं।
नए परीक्षा तिथियों की होगी घोषणा
JAC ने स्पष्ट किया कि रद्द की गई परीक्षाओं की पुनर्परीक्षा की तिथियां जल्द घोषित की जाएंगी। वहीं, परीक्षा की विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए सख्त निगरानी की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।
छात्र नेताओं ने उठाई उच्चस्तरीय जांच की मांग
इस बीच झारखंड लोकतांत्रिक क्रांति मोर्चा के केंद्रीय उपाध्यक्ष और छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो ने जैक सचिव जयंत मिश्रा से मुलाकात कर पेपर लीक के सबूत सौंपे। उन्होंने परीक्षा में हुई गड़बड़ियों की उच्चस्तरीय जांच और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की।
राज्यव्यापी आंदोलन की चेतावनी
देवेंद्र नाथ महतो ने कहा कि यदि इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं हुई और दोषियों पर सख्त कदम नहीं उठाए गए तो छात्र संगठनों द्वारा राज्यव्यापी आंदोलन किया जाएगा।
शिक्षा व्यवस्था पर सवाल
लगातार पेपर लीक की घटनाओं ने झारखंड की परीक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। परीक्षा के संचालन में लापरवाही और प्रश्नपत्रों की गोपनीयता भंग होने से छात्रों के भविष्य पर संकट मंडरा रहा है।