साहिबगंज, बोरियो: झारखंड के साहिबगंज जिले के बोरियो थाना क्षेत्र अंतर्गत दुर्गा टोला पंचायत के आसन बोना गांव से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। बिहार के भागलपुर जिले से मोती माला बेचने आए एक युवक को बच्चा चोर और किडनी चोर समझकर ग्रामीणों ने बेरहमी से पीट-पीटकर मार डाला और शव को गांव से कुछ ही दूरी पर जंगल में दफना दिया। घटना का खुलासा तब हुआ जब युवक के परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई और पुलिस ने जांच शुरू की।
युवक की पहचान रंजन सोनी के रूप में हुई
मृतक की पहचान भागलपुर जिले के बुधुचक थाना क्षेत्र के एकडरा गांव निवासी रंजन सोनी के रूप में हुई है। रंजन मोती माला बेचने और आभूषणों की केमिकल से सफाई करने का काम करता था। वह अक्सर साहिबगंज और पाकुड़ जिले के विभिन्न गांवों में घूम-घूमकर अपना सामान बेचता था।
26 अप्रैल को लापता हुआ था युवक
रंजन सोनी 26 अप्रैल को मोती माला बेचने के लिए साहिबगंज जिले के आसन बोना गांव पहुंचा था। वहां के ग्रामीणों ने उसे बच्चा चोर और किडनी चोर समझकर पकड़ा, पेड़ से बांध दिया और उसकी बर्बरता से पिटाई की। पिटाई इतनी भयावह थी कि रंजन की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद ग्रामीणों ने शव को गांव से कुछ ही दूरी पर जंगल के एक सुनसान इलाके में गड्ढा खोदकर दफना दिया।
परिजनों ने दर्ज कराई थी गुमशुदगी
रंजन के घर न लौटने पर परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की सूचना भागलपुर और साहिबगंज पुलिस को दी थी। मृतक के भाई राहुल सोनी ने बताया कि “रंजन हमेशा की तरह मोती माला बेचने गया था, लेकिन इस बार वापस नहीं आया। हमने हर जगह उसकी तलाश की और फिर गुमशुदगी दर्ज करवाई।”
12 दिन बाद मिला सड़ा-गला शव
गंभीरता से जांच करते हुए पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों और ग्रामीणों की सूचना के आधार पर जंगल में खुदाई की और वहां से रंजन सोनी का सड़ा-गला शव बरामद किया। मौके पर पुलिस निरीक्षक एन.डी. रॉय, थाना प्रभारी पंकज वर्मा और बोरियो बीडीओ नागेश्वर साव भी मौजूद थे।
पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया
घटना के बाद बोरियो पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गांव के आधा दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है। फिलहाल सभी से पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में शामिल दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
अफवाहों से बचें, कानून को हाथ में न लें
यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि अफवाहों के आधार पर किसी को सजा देना न केवल गैरकानूनी है, बल्कि समाज के लिए भी घातक है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी जानकारी की सत्यता की पुष्टि किए बिना कानून अपने हाथ में न लें और तुरंत पुलिस को सूचित करें।