सरायकेला में जहरीली लावकी खाने से ट्रस्कर हाथी की दर्दनाक मौत, एक साल में छह हाथियों की गई जान

Uday Kumar Pandey
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सरायकेला। सरायकेला जिले के नीमडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत तिल्ला टोला आमडाबेड़ा जंगल में गुरुवार सुबह एक ट्रस्कर हाथी की तड़प-तड़प कर मौत हो गई। ग्रामीणों का आरोप है कि लावकी (लौकी) की खेती में जहरीला पदार्थ मिलाया गया था, जिसे खाने के बाद हाथी की हालत बिगड़ गई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

ग्रामीणों के अनुसार, रात में तीन हाथियों का झुंड गांव में दाखिल हुआ, जहां वे खेतों में उगाई गई लावकी को खाने लगे। खेत में भारी नुकसान पहुंचाने के बाद एक हाथी अचानक जमीन पर गिर पड़ा और मुंह से झाग निकलते हुए तड़पने लगा। कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई।

एक साल में छह हाथियों की मौत

स्थानीय लोगों का कहना है कि ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र में बीते एक वर्ष के भीतर छह हाथियों की दर्दनाक मौत हो चुकी है। कभी करंट, कभी जहरीला पदार्थ और कभी भोजन की कमी से हाथियों की जान जा रही है, लेकिन वन विभाग की भूमिका सवालों के घेरे में है।

ग्रामीणों ने की पूजा-अर्चना

घटना की सूचना मिलते ही आस-पास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और मृत हाथी के शव पर सिंदूर, पुष्प और अगरबत्ती अर्पित कर पूजा की। ग्रामीणों का मानना है कि हाथी भगवान गणेश का रूप होते हैं और उनकी मौत से गांव में अपशकुन का डर भी व्याप्त है।

सूचना पाकर चांडिल वन क्षेत्र के अधिकारी और वनरक्षी मौके पर पहुंचे और जांच प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई। पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के असली कारणों का खुलासा होगा। हालांकि प्रारंभिक जांच में हाथी द्वारा जहरीले पदार्थ सेवन किए जाने की आशंका जताई जा रही है।

वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया, “हम मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं। यदि किसी ने जानबूझकर ज़हरीले खाद्य पदार्थ खेत में डाले हैं, तो उस पर कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी।”दुमदुमी गांव के अष्टमी महतो ने बताया कि “दो माह पूर्व इसी हाथी ने मेरा घर तोड़ा था, जिससे मैं बेघर हो गया। अब कॉलेज परिसर में रहने को मजबूर हूं। वन विभाग की ओर से एक लाख रुपये का मुआवजा मिला है, जिससे नया घर बन रहा है।”

आमडाबेड़ा के किसान बताते हैं कि हाथियों का झुंड अकसर खेतों में घुस आता है, जिससे फसलों का भारी नुकसान होता है और ग्रामीण रातभर जागकर अपने परिवार व फसलों की रक्षा करते हैं।

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मैं उदय कुमार पाण्डेय, मिरर मीडिया के न्यूज डेस्क पर कार्यरत हूँ।