विदेश : भारत में G–20 का आगाज हो चुका है, जिसमें कई देशों का प्रतिनिधित्व करने के लिए नेता नई दिल्ली पहुंच चुके हैं। हालांकि, इस बैठक में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन नहीं पहुंचेंगे।
इसको लेकर कई दिनों तक कयास लगाने के बाद चीन ने आधिकारिक घोषणा कर दी थी। इस पर एक अमेरिकी अधिकारी ने शनिवार को कहा कि नई दिल्ली में वार्षिक G–20 शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति शी जिनपिंग की अनुपस्थिति का कारण बताना चीन का दायित्व है।
बता दें कि G–20 में चीन का प्रतिनिधित्व करने के लिए प्रधानमंत्री ली कियांग भारतीय राजधानी पहुंचे हैं। अमेरिका के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन फाइनर ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि जहां सभी नेता अपने देश के प्रतिनिधित्व के लिए पहुंचे हैं, उसमें चीन ब्लॉक की सफलता के लिए प्रतिबद्ध नहीं है।
वहीं इस समिट में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी शामिल नहीं हो रहे हैं। उनकी जगह रूस का प्रतिनिधित्व करने के लिए विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव राष्ट्रीय राजाधीन नई दिल्ली पहुंचे हैं।
साथ ही शी जिनपिंग के अनुपस्थिति पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी दुख जताया है। उन्होंने कहा कि उनकी गैर-मौजूदगी पर मुझे दुख है और उम्मीद करता हूं कि उनसे जल्द मुलाकात हो।
मालूम हो कि जी–20 बैठक से पहले पीएम नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने द्विपक्षीय वार्ता की। इस दौरान दोनों देशों के नेताओं के बीच कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई है। दोनों नेतओं के बीच लगभग 52 मिनट तक वार्ता चली थी, जिसमें भारत की जी–20 अध्यक्षता, परमाणु ऊर्जा में सहयोग, 6जी और AI जैसी महत्वपूर्ण बातों पर विचार-विमर्श किया गया।