जमशेदपुर : जमशेदपुर पुलिस ने डिमना रोड बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में डकैती और बिष्टुपुर में ज्वेलर्स कर्मचारियों से लूट के मामले का पर्दाफाश करते हुए बिहार के दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इन दोनों घटनाओं काे अंतर्राज्यीय आपराधिक गिरोह ने अंजाम दिया था। गिरोह के सदस्य झारखंड के अलावा देश के अन्य राज्यों में भी डकैती और लूट की घटना को अंजाम दे चुके हैं। डकैती और लूट की इन घटनाओं में बिहार के वैशाली जिले के ताजपुर बिष्णपुर के रहनेवाले कंटनेर चालक भागवत ठाकुर और दरभंगा जिले के बहादुरपुर के खैरा के खगेन्द्र नारायण सिंह उर्फ संतोष उर्फ सोनू उर्फ खटिक को गिरफ्तार किया। पुलिस ने पकड़े गए गिरोह के सदस्यों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त एक पल्सर और एक अपाची मोटरसाइकिल बरामद की है। इसके अलावा बंगाल नंबर के एक कंटेनर की भी बरामदगी हुई है। साथ ही दोनों अभियुक्तों के पास से एक-एक मोबाइल फोन के अलावा 5950 रुपये भी बरामद किए गए हैं।
इसका खुलासा जिले के एसएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि गिरोह में बिहार के चार जिलों के सदस्य शामिल हैं। इनमें पटना के अलावा वैशाली, समस्तीपुर और गया के सदस्य शामिल हैं। पुलिस ने गिरोह के सभी सदस्यों की पहचान कर ली है। सरगना बेऊर जेल में है। इसके अलावा पुलिस को अन्य तीन लोगों की तलाश है। उन्होनें बताया कि मानगो बैंक डकैती की घटना को अंजाम देने के लिए अपराधी बिहार के पटना से चांडिल के आगे तक एक कंटेनर (बड़ा सामान ढ़ोनेवाले वाहन) से आए थे। वहां घटना के दिन एक होटल में रुके और दो बाइक से मानगो पहुंचकर बैंक डकैती कांड को अंजाम दिया था। उसके बाद फिर चांडिल के पास उसी जगह बाइक से लौटे और बाइक खड़ी कर कंटेनर से वापस कोलकाता भाग निकले थे। बता दें कि बीते 18 अगस्त को मानगो बैंक डकैती कांड को अपराधियों ने अंजाम दिया था। इस दौरान 33 लाख से अधिक नकद के अलावा दो किलो सोना व ज्वलरी की लूट हुई थी। इसके अलावा बीते 22 फरवरी को बिष्टुपुर के केनरा बैंक परिसर में ज्वेलर्स कर्मचारी से लूट की घटना को अंजाम दिया गया था।