मिरर मीडिया : विश्व आदिवासी दिवस के उपलक्ष्य पर मंगलवार को धनबाद के डीएवी पब्लिक स्कूल सिंदरी में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विशिष्ठ अतिथि के तौर पर सुखलाल मरांडी उपस्थित रहे।
इस बाबत उन्होंने कहा कि विश्व के स्वदेशी लोगों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस या “विश्व आदिवासी दिवस” विश्व की स्वदेशी आबादी के बारे में जागरूकता बढ़ाने और उनके अधिकारों की रक्षा करने के लिए प्रत्येक वर्ष 09 अगस्त को मनाया जाता है। यूनाइटेड नेशन्स के मुताबिक़, पुरे विश्व में लगभग 476 मिलियन की आदिवासी आबादी है, जो 90 देशों में निवास करते हैं। ये दुनिया की कुल आबादी के 5 प्रतिशत हैं।
वहीं प्राचार्य आशुतोष कुमार ने कहा कि किसी भौगोलिक क्षेत्र के उन निवासियों के लिए वह क्षेत्र याद किया जाता है जिनका उस भौगोलिक क्षेत्र से ज्ञात इतिहास में सबसे पुराना सम्बन्ध रहा हो ।
भारत की आजादी की लड़ाई में इनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
झारखंड राज्य वीरों की भूमि है। इस राज्य में धरती आबा बिरसा मुण्डा, बीर बुधु भगत, सिद्धो-कान्हू चाँद भैरव, फूलो-झानो, जतरा भगत, दिवा किशुन, समेत अनेक महान विभूति हुए हैं, जिन्होंने देश एवं समाज के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। इनका जन्म जनजाति कुल में ही हुआ इस अवसर पर इन महान सपूतों के साथ अन्य सभी विभूतियों को नमन करता हूँ जिन्होंने मातृभूमि के लिए संघर्ष किया तथा अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया।
हमारे देश की जनसंख्या का एक बड़ा हिस्सा जनजातियों का है। सभी जानते हैं कि अति प्राचीन काल से ही आदिवासी समुदाय भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति के अभिन्न अंग रहे हैं। इस समुदाय का इतिहास काफी समृद्ध रहा है। इस अवसर पर विद्यालय के सभी शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।