गोल्ड लोन के नाम पर बैंक से लाखों रूपये का गड़बड़ घोटाला : मामला पुटकी थाना क्षेत्र के एक सरकारी बैंक का
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मिरर मीडिया : गोल्ड लोन के नाम पर बैंक से लाखों रूपये का गड़बड़ घोटाला का मामला सामने आया है। मामला पुटकी थाना क्षेत्र अंतर्गत एक सरकारी बैंक का है। बता दें कि ग्राहक द्वारा गोल्ड लोन के नाम पर 42 लाख का चुना लगाया गया है। हालांकि अभी आधिकारिक तौर पर इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है और ना ही इस सन्दर्भ में बैंक प्रबंधक ही कुछ बता रहें हैं। लिहाजा उन्होंने जाँच की बात जरूर कही हैं।
सूत्रों कि माने तो लगभग डेढ़ साल पूर्व पुटकी श्रीनगर के रहने वाले एक व्यवसायी एस उपाध्याय ने पुटकी स्थित एक सरकारी बैंक में गोल्ड गिरवी रखकर करीब 42 लाख गोल्ड लोन लिया था। हालांकि इस दौरान किस्त की अदायगी भी करते रहे। पर ज़ब उक्त बैंक के ब्रांच मैनेजर का ट्रांसफर हुआ तो गत दो माह से किस्त देना बंद कर दिया।
इधर गड़बड़झाला का अंदेशा होते ही नए ब्रांच मैनेजर ने गिरवी रखे गोल्ड का सत्यापन कराया तब जाकर बड़ी धोखाधड़ी के मामले का उजागर हुआ हैं। वहीं यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी की बैंक के तत्कालीन ब्रांच मैनेजर एवं पुटकी के उस ज्वेलरी दुकानदार की संलिप्तता हो सकती है।
इस धोखाधड़ी का मामला उगाजर होने के पश्चात दो दिन पूर्व पुटकी ब्रांच में रीजनल अधिकारियों के साथ ब्रांच स्टाफ की दो राउंड वीडियो ग्राफी के साथ मीटिंग भी हुई है।
सूत्रों कि माने तो इस बैंक में कई दलालों का मजबूत पकड़ है, जो प्रतिदिन यहाँ इधर उधार घूमते देखा जा सकता है।
पूरे मामले पर बैंक ऑफ इंडिया के आंचलिक प्रबंधक सुमन चट्टोपाध्याय ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है इसकी जांच की जा रही है गोल्ड असली है नकली इसकी जांच की जा रही है जो भी लोग दोषी होंगे उनके खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।पूरे मामले में कई सवाल खड़े हो रहे है 2 माह पहले बैंक मैनेजर का तबादला होने के बाद किस्त का बंद होना।तत्कालीन बैंक मैनेजर द्वारा सोने के बदले लोन देने के समय सोने की शुद्धता की जांच करना जिस ज्वेलरी दुकान से सोना लिया गया था और सोने की कीमत लगाने वाले वैल्यूवर की भूमिका भी संदेह के घेरे में है।