मिरर मीडिया : झारखंड राज्य के कई जिलों में भाजपा जिलाध्यक्ष बनाने को लेकर उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। नए पुराने चेहरे इस दौड़ में देखी जा रही है। हालांकि मजबूत दावेदारी का आंकलन किया जाए तो मुकेश पांडे का नाम जिलाअध्यक्ष पद के नाम में प्रमुख रूप से देखा जा सकता है। मुकेश पांडे की आरएसएस में अच्छी पैठ है जबकि वे ख़ुद छात्र नेता और ABVP बैकग्राउंड से आते हैं। और उनकी पकड़ भी मजबूत है। यहाँ यह कहना भी अतिश्योक्ति नहीं होगी कि मुकेश पांडे को विधायक ढुल्लू महतो, रागिनी सिंह, विधायक राज सिन्हा और सांसद पशुपतिनाथ सिंह का भी आशीर्वाद मिल सकता है। जिससे उनकी दावेदारी प्रबल मानी जा रही है।
वहीं पूर्व जिला अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह का भी नाम सक्रिय देखा जाने लगा है। ऐसे तो वे लगातार दो दफ़ा इस पद पर कायम रहें हैं पर उनके चाहने वाले ग्रामीण और महानगर के जिलाध्यक्ष अलग होने के बाद फिर से देखना पसंद कर रहें हैं हालांकि उनपर पशुपतिनाथ सिंह की कृपा दृष्टि तो है ही पर इनके अलावे अब सभी अपना हाथ उनके सर पर रखें ये तो समय हो बताएगा।वही अब एक नया और खास नाम अमलेश सिंह का सामने आ रहा है। वर्तमान में वो भाजपा युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष है और सबसे खास बात यह है कि वो सांसद के भतीजे भी इसलिए कृपादृष्टि उनके ऊपर भी बरस सकती है
फिलहाल झारखंड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को बनाए जाने के बाद उनके नजदीकी भी इस रेस में शामिल हो चुके हैं। जिलाध्यक्ष की कुर्सी की दावेदारी मजबूत करने के लिए नेता रांची तक दौड़ लगाना शुरू कर चुके हैं। जिला अध्यक्ष की दौड़ में अब बाबूलाल मरांडी के करीबी व खास रमेश राही के नाम का स्थान भी आगे आया है प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल के साथ भाजपा में आए रमेश राही को आते ही प्रदेश कार्यसमिति में स्थान मिल गया था। इनके अलावा भी धनबाद महानगर जिलाध्यक्ष की कुर्सी के लिए मानस प्रसून, वीरू हांसदा भी रेस में है।
धनबाद जिलाध्यक्ष के पद की चर्चा में नितिन भट्ट के नाम से भी इनकार नहीं किया जा सकता है हालांकि विगत दिनों सांसद पी एन सिंह का इनके बिना तारापीठ जाना कुछ और इशारा कर रही है। सांसद पशुपतिनाथ सिंह के चहेते नितिन भट्ट है पर वर्तमान युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष अमलेश सिंह भी काफी नजदीकी है तो हाथ किसके सर पर मजबूत रूप से रखा जाएगा यह आगे देखना होगा।
बहरहाल देखा जाय तो कुल मिलाकर अपनी-अपनी दावेदारी का ताल ठोकने वाले की मजबूत पकड़ और समर्थन मिलना बेहद जरुरी है। फिलहाल समय का इंतजार है।