जिला स्तरीय ‘चिंतन शिविर’ का आयोजन, ब्लॉक डेवलपमेंट स्ट्रेटेजी तैयार किये जाने पर चर्चा
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जमशेदपुर : नीति आयोग के आकांक्षी प्रखण्ड कार्यक्रम अन्तर्गत जिला सभागार में आकांक्षी प्रखंड मुसाबनी के ब्लॉक डेवलपमेंट स्ट्रैटजी सूत्रण के लिए जिला स्तरीय ‘चिंतन शिविर’ का आयोजन उप विकास आयुक्त मनीष कुमार की अध्यक्षता में किया गया। अनुमंडल पदाधिकारी धालभूम पीयूष सिन्हा, सिविल सर्जन डॉ जुझार माझी, निदेशक एनईपी ज्योत्सना सिंह, जिला योजना पदाधिकारी अरूण द्विवेदी, डीआईओ श्री किशोर प्रसाद, बीडीओ मुसाबनी सीमा कुमारी, सीओ राजीव कुमार, जिला पंचायत राज पदाधिकारी डॉ रजनीकांत मिश्रा, जिला कृषि पदाधिकारी मिथिलेश कालिन्दी तथा अन्य संबंधित पदाधिकारी शामिल हुए।

नीति आयोग, भारत सरकार द्वारा मुसाबनी प्रखण्ड को आकांक्षी प्रखण्ड के रूप में चिन्हित किया गया है। चिंतन शिविर का शुभारंभ उप विकास आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी धालभूम समेत अन्य पदाधिकारियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। चिंतन शिविर में ब्लॉक डेवलपमेंट स्ट्रेटेजी तैयार किये जाने पर विस्तृत चर्चा की गई। नीति आयोग द्वारा देशभर में आकांक्षी प्रखंड के रूप में कुल 500 प्रखंड का चयन किया गया है, जिनमें झारखंड राज्य के कुल 34 प्रखंड शामिल है। इनमें पूर्वी सिंहभूम जिला का मुसाबानी प्रखंड भी आकांक्षी प्रखंड के रूप में शामिल है।
उप विकास आयुक्त ने कहा कि मुसाबनी प्रखंड में उपलब्ध संसाधनों पर बेहतर कार्य करने की आवश्यकता है। प्रखंड का सर्वांगीण विकास कैसे हो, इस पर हमें मंथन करने की आवश्यकता है। नीति आयोग द्वारा निर्धारित स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, कृषि, आधारभूत संरचना, पेयजल, स्वच्छता, वित्तीय समावेशन तथा सामाजिक विकास के इंडिकेटर पर कार्य किया जाना है।
चिंतन शिविर में प्रेजेंटेशन के माध्यम से ब्लॉक डेवलपमेंट स्ट्रेटजी को लेकर कई प्रमुख बिंदुओं पर उपस्थित पदाधिकारियों के बीच महत्वपूर्ण आंकड़े प्रस्तुत किए गए। इस दौरान उन्होंने मुसाबानी प्रखंड के भौगोलिक क्षेत्रफल व प्रखंड में मौजूद चिकित्सा, शिक्षा, पेयजल, आधारभूत संरचना समेत अन्य विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की गई तथा आम जनता को केन्द्रबिंदु में रखकर सभी इंडिकेटर में और बेहतर कैसे किया जा सकता है, इसे लेकर विभिन्न विभागों की भूमिका व उनके दायित्व पर विचार विमर्श किया गया।