डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: बलियापुर अंचल कार्यालय में पिछले एक सप्ताह से संचालित सहायता केंद्र लोगों की शिकायतों का समाधान कर रहा है। यहाँ जाति प्रमाण-पत्र, आय प्रमाण-पत्र, स्थानीय प्रमाण-पत्र, चरित्र प्रमाण-पत्र और पिछड़ी जाति प्रमाण-पत्र से संबंधित समस्याओं को सुलझाया जा रहा है। आवेदकों को उनके प्रमाण-पत्र बनने की समयसीमा के बारे में स्पष्ट जानकारी दी जा रही है।
पेंशन, दाखिल-खारिज और योजनाओं की जानकारी
सहायता केंद्र में पेंशन, दाखिल-खारिज, ऑनलाइन जमाबंदी की त्रुटियां, झारसेवा और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से संबंधित आवेदनों और शिकायतों का भी निपटारा किया जा रहा है। कार्यालय आने वाले सभी व्यक्तियों का नाम, पता और मोबाइल नंबर का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है, ताकि कार्य पूर्ण होने पर उन्हें मोबाइल पर सूचना दी जा सके।
कई महीनों से भटक रहे लोगों को राहत
अंचल अधिकारी प्रवीण सिंह ने बताया कि सहायता केंद्र के माध्यम से उन लोगों की मदद की जा रही है, जो महीनों से कार्यालय का चक्कर लगा रहे थे। पहले लोगों को यह पता नहीं होता था कि किस कार्य के लिए किससे संपर्क करें और कितने दिनों में कार्य पूरा होगा, जिससे भ्रम की स्थिति बनी रहती थी।
सिंगल विंडो प्रणाली से बढ़ी सुविधा
अंचल अधिकारी ने बताया कि कार्यालय में आने वाले लोगों को सिंगल विंडो प्रणाली के तहत सभी जानकारी स्पष्ट रूप से दी जा रही है। उन्हें बताया जा रहा है कि कौन सा काम किससे मिलने और किस प्रक्रिया से पूरा होगा। इससे न केवल आवेदकों का समय बच रहा है, बल्कि कर्मचारियों के लिए भी कार्य निष्पादन आसान हो गया है। कार्यालय में अनावश्यक भीड़भाड़ भी कम हो गई है।
प्रत्येक दिन 25-30 आवेदकों को मदद
सहायता केंद्र में प्रतिदिन 25-30 आवेदकों को पंजीकृत कर सहायता दी जा रही है। लोग बेहिचक अपनी समस्याएं लिखित और मौखिक रूप में बता रहे हैं और समाधान की जानकारी प्राप्त कर रहे हैं।
व्हाट्सएप पर भी हो रही त्वरित कार्रवाई
अंचल अधिकारी के मोबाइल नंबर पर व्हाट्सएप के माध्यम से भी लोग अपनी शिकायतें साझा कर रहे हैं, जिन पर तुरंत कार्रवाई की जा रही है।
स्थानीय जनता ने की पहल की सराहना
अंचल अधिकारी की इस पहल को स्थानीय जनता ने काफी सराहा है। लोगों का कहना है कि सहायता केंद्र से उनके समय और प्रयास की बचत हो रही है, और उन्हें अब अपने कार्यों के लिए बार-बार कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ता।