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Jharkhand में ED कि कार्रवाई में अबतक कई लोग गिरफ्तार हो कर सलाखों के पीछे जा चुके हैं जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, आइएएस छवि रंजन, बड़गाईं अंचल के पूर्व राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, अमित अग्रवाल, प्रेम प्रकाश सहित 22 आरोपी शामिल है। बता दें कि रांची में जमीन घोटाले से जुड़े मनी लांड्रिंग के तहत लगातार ED की जांच और कार्रवाई जारी है।
Jharkhand में ED द्वारा कार्रवाई में अबतक करोड़ों रूपये किये जब्त
अब तक 51 छापेमारी व नौ सर्वे में बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर करते हुए ईडी ने 1.25 करोड़ रुपये नकदी जब्त की व बैंकों में पड़े 3.56 करोड़ रुपये को फ्रीज भी करवाया। पूरे अनुसंधान के दौरान ईडी ने 266 करोड़ रुपये मूल्य की अचल संपत्तियों को भी अस्थाई रूप से जब्त किया है।
ED ने अपराध की आय प्राप्त करने, रखने व छिपाने के मामले में Jharkhand के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत को किया था गिरफ्तार
ED द्वारा जारी किये गए बयान के अनुसार झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, बड़गाईं अंचल के पूर्व राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद को बरियातू रोड की 8.86 एकड़ जमीन की गलत तरीके से हड़पने की कोशिश करने, अपराध की आय प्राप्त करने, रखने व छिपाने के मामले में गिरफ्तार किया गया था।
ED ने 14 बार राज्य सरकार को कार्रवाई की अनुशंसा भी की
दरअसल ED ने गुरुवार को जारी किये बयान में जानकारी दी है जिसके तहत Jharkhand में ED द्वारा जमीन घोटाले के मामले में अब तक तीन चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। वहीं इस घोटाले की जांच में सामने आए तथ्यों, खुलासों के अनुसार अलग-अलग 14 बार राज्य सरकार को जानकारी देते हुए भारतीय दंड विधि से संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज करने, कानूनी कार्रवाई करने की अनुशंसा भी कर चुकी है।
JMM नेता अंतु तिर्की सहित अन्य से ED 22 अप्रैल तक रिमांड पर पूछताछ करेगी
इधर ED ने विगत दिनों JMM नेता अंतु तिर्की, जमीन कारोबारी विपिन सिंह, प्रियरंजन सहाय व इरशाद अंसारी के लिए कोर्ट से सात दिनों की रिमांड मांगी थी। जहान पीएमएलए की विशेष अदालत ने ED को पांच दिनों तक पूछताछ की अनुमति दी है लिहाजा अब ED इनसे 22 अप्रैल तक रिमांड पर पूछताछ करेगी।
Jharkhand में हुए जमीन घोटाले में कुल छह आरोपित से ED रिमांड पर लेकर कर रही है पूछताछ
इसके विपरीत गिरफ्तार सद्दाम हुसैन 20 अप्रैल तक ईडी की रिमांड पर है। इस तरह जमीन घोटाले में कुल छह आरोपित ईडी की रिमांड पर हैं, जिनसे ईडी पूछताछ कर रही है। इन सभी आरोपितों पर जमीन के मूल दस्तावेज में हेराफेरी, छेड़छाड़ करने, जालसाजी करने, सीएनटी एक्ट से संबंधित प्रतिबंधित श्रेणी की जमीन की प्रकृति बदलकर गलत तरीके से उसकी खरीद-बिक्री करने का आरोप है।
आपको बता दें कि गिरफ्तार किये गए इन सभी के मिलीभगत से ही जमीन की इतनी बड़ी हेराफेरी की घटना को अंजाम दिया गया है।