जिला प्रशासन और हिन्दू संगठनों के बीच तनातनी, विसर्जन जुलूस नहीं निकालने पर अड़े, कल जमशेदपुर बंद की घोषणा
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जमशेदपुर : जिला प्रशासन के रवैये से नाराज़ हिंदूवादी संगठनों ने आज विसर्जन जुलूस निकालने से मना कर दिया है। जिला प्रशासन व अखाड़ा समितियों के बीच कई दौर की वार्ता विफल होने के बाद अखाड़ा समिति अपनी मांगों से टस से मस नहीं हुए। वहीं शनिवार को इसके विरोध में जमशेदपुर बंद की घोषणा की गई है। इसको लेकर बैठक की गयी और साफ कर दिया गया है कि शुक्रवार को जुलूस नहीं निकाला जायेगा। जिला प्रशासन की ओर से रामनवमी जुलूस में डीजे बजाने का परमिशन देने और जब्त ट्रेलर वापस नहीं करने तक शहर में किसी भी अखाड़े से जुलूस नहीं निकाला जायेगा। यह घोषणा भाजपा नेता अभय सिंह ने साकची में आयोजित धरना के दौरान बैठक में की। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जिला प्रशासन तानाशाह रवैया अपनाये हुये है। ऐसा राज्य सरकार में बैठे उपर के अधिकारियों की ओर से करवाया जा रहा है। अभय सिंह ने स्पष्ट कहा कि सिर्फ जमशेदपुर में ही इस तरह की हठधर्मिता जिला प्रशासन की ओर से क्यों की जा रही है। अब यह लड़ाई धर्म और अस्मिता की बन गयी है। इस दौरान अगर कुछ होता है तो इसकी पूरी जवाबदेही जिला प्रशासन और सरकार की होगी। बता दें कि जिला प्रशासन द्वारा कुछ अखाड़ों के ट्रेलर और डीजे जब्त करने के बाद यह स्थिति बनी है। शांति समिति की बैठकों में बार-बार जिला प्रशासन द्वारा भारी वाहनों के प्रयोग और डीजे पर प्रतिबंध लगाने के बाद भी कुछ अखाड़ा समितियों द्वारा ट्रेलर और डीजे का प्रयोग किया जा रहा था, जिसे जिला प्रशासन द्वारा जब्त कर लिया गया, जिसके बाद यह स्थिति उत्पन्न हुई है। जमशेदपुर के साकची आम बगान के पास पुलिस ने गुरुवार की रात श्री श्री बाल मंदिर अखाड़ा द्वारा झांकी निकाले जाने के लिए तैयार खड़े ट्रेलर को जब्त कर लिया था। इसके विरोध में देर रात साकची झंडा चौक पर प्रदर्शन करते हुए अखाड़ा समिति ने झांकी नहीं निकाली। अब यह मामला तूल पकड़ने लगा है। श्री श्री बाल मंदिर अखाड़ा समिति के समर्थन में शहर की प्रमुख अखाड़ा समितियां उतर आई हैं।