लगातार कोशिशो के बावजूद बालू का अवैध कारोबार धड़ल्ले से जारी है। जिला प्रशासन की सख़्ती और कड़े जांच अभियान के बाद भी अवैध बालू की तस्करी रुकने का नाम नहीं लें रही है। बता दें कि जिला प्रशासन द्वारा जिले के 9 जगहों पर अस्थायी चेकपोस्ट बनाकर सभी जगह पर दण्डाधिकारी के साथ थाना के पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है पर ना ही चेकपोस्ट पर दण्डाधिकारी मिलेंगे और ना ही पुलिस पदाधिकारी आलम ये है कि बालू माफिया और इसके सिंडीकेट आसानी से बालू का उठाव कर इसकी तस्करी कर रहें हैं।
अवैध बालू लदे दो हाईवा ज़ब्त
जिले में बालू के अवैध खनन, परिवहन एवं भण्डारण पर रोकथाम लगाए जाने को लेकर प्रशासन सख्त रूप से कार्रवाई में जुट गई है बावजूद इसके बालू माफिया हर तरीके से अवैध कारोबार करने से बाज नहीं आ रहें हैं। ताजा घटनाक्रम में बीती रात एक बार फिर जीटी रोड पर वरीयता पुलिस अधीक्षक की गठित टीम ने अवैध बालू लदे दो हाईवा को ज़ब्त कर थाना को सुपुर्द कर दिया गया वहीं दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
छापामारी दल की टीम सूचना पर जीटी रोड बरवा पहुंची जहां दलदली के रास्ते हाईवा जीटी रोड पहुंच रहे थे जैसे ही छापामारी दल ने रोकने का इशारा किया एक हाईवा भाग गया जबकि दूसरा हाईवा को चालक और खलासी सहित पकड़ कर गोविंदपुर थाना के हवाले कर दिया गया।
चालक हाईवा छोड़कर हुआ फरार
वही भाग रहे हाईवा को पीछा करते-करते मेमको मोड़ के पास पकड़ा गया हालांकि इस दौरान चालक हाईवा को छोड़कर फरार हो गया था जिसके बरवाअड्डा थाना को इसकी सूचना दी गई हालांकि उक्त हाइवा में नंबर अंकित नहीं थे। वहीँ गोविंदपुर थाना में पकड़े गए हाईवा का नंबर JH10 AG0359 चालक वैगम अंसारी और सहचालक कासिम अंसारी जबकि वाहन मालिक का नाम नियाज खां है सभी पूर्वी टुंडी के रहने वाले हैं।
विभिन्न जगहों पर अस्थायी चेकपोस्ट कर दण्डाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस पदाधिकारी के साथ सशस्त्र बल की प्रतिनियुक्ति
बता दें कि अवैध कारोबार को रोकने के लिए जिले में बालू के उठाव एवं प्रेषण पर अंकुश लगाने हेतु विभिन्न जगहों पर अस्थायी चेकपोस्ट कर दण्डाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस पदाधिकारी के साथ सशस्त्र बल की प्रतिनियुक्ति भी है, बावजूद जिस तरह से रोजाना बालू तस्करी में हाईवा पकड़े जा रहे हैं ऐसे में कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
जारी निर्देश के बाद प्रतिनियुक्त किये गए दण्डाधिकारी नहीं मौजूद
हालांकि उपायुक्त और वरीय पुलिस अधीक्षक के संयुक्त तत्वाधान में जारी निर्देश के बाद अब सवाल यह उठता है कि क्या प्रतिनियुक्त किये गए दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी अपने क्षेत्र में तैनात है ? अगर तैनात है तो फिर जिले में अवैध बालू का उठाव और कारोबार कैसे जारी है। इतने कड़े निर्देश के बाद भी किसके इशारे पर बालू के अवैध कारोबार जारी है और इसमे किसकी संलिप्तता दिख रही है। राज्य में 10 जून से 10 अक्टूबर तक एनजीटी प्रभावि है ऐसे में नियमों को ताक पर रखकर किसका नेक्सस कम कर रहा है ये सारे सवालों के जवाब अभी अनसुलझे हैं
मिरर मीडिया ने लगातार प्रमुखता से दिखाया खबर
बता दे की अवैध बालू की हो रही तस्करी की खबर को मिरर मीडिया लगातार प्रमुखता से दिखलाते आया है कि कैसे दलदली के रास्ते बरवा जीटी रोड के पास हाईवा पहुंचती है और वहां से गंतव्य की ओर प्रस्थान करती है इस दौरान वाहनों का एस्कॉर्ट भी सिंडिकेट के द्वारा किया जाता है बीते दिनों हुई कार्रवाई में हाईवा और कार की जब्ती में इस बात का पुलिस ने भी खुलासा किया है लेकिन अवैध कारोबारीयो पर इसका असर देखने को नहीं मिल रहा है और धड़ल्ले से रोजाना 60 से 70 हाईवा द्वारा अवैध बालू का कारोबार बद्दस्तूर जारी है। बेजरा और सिजुआ घाट से दिन में ही बालू तस्कर नदी से निकलवाकर बालू का भंडारण करवा लेते हैं और शाम ढलते ढलते वाहनों की एंट्री शुरू हो जाती है।
वाहनों से 2200 रुपये प्रति हाईवा/की वसूली किये जाने की बात
फिलहाल इस तस्करी में कीर्तन मंडल,सद्दाम और सिकंदर अंसारी के नाम सामने आए हैं जिनके द्वारा तमाम वाहनों से 2200 रुपये प्रति हाईवा/की वसूली किये जाने की बातें सामने आ रही है।इसके अलावा सौ से अधिक की संख्या में ट्रैक्टर एवं 407 वाहन से भी बालू की तस्करी बदस्तूर जारी है। लेकिन इन्हें वाहनों से वसूलने की जिम्मेदारी किसने दी इसके पीछे किसका हाथ है इसकी सघन जांच कर कार्रवाई करने की जरूरत है तभी पूरी नेक्सस का पर्दाफाश हो सकता है।
हालांकि प्रशासन की टीम जिस प्रकार कार्रवाई करते हुए हाईवा को पकड़ा रही और ऐसे में सघन छापेमारी अभियान चलाकर पूरे नेक्सस का पर्दाफाश करने की जरूरत है ताकि आने वाले समय में बालू की हो रही तस्करी पर लगाम लगाया जा सके।