मिरर मीडिया : झारखंड में नियोजन नीति को लेकर जारी विरोध प्रदर्शन के बीच झारखंड बंद का आह्वान किया गया है। आपको बता दें कि 60-40 नियोजन नीति को वापस लेने के विरोध में छात्र संगठनों ने 10 और 11 जून दो दिनों का झारखंड बंद बुलाया है। झारखंड बंद को देखते हुए जिला प्रशासन ने 107 नेताओं को नोटिस भेजा है।
बंद को देखते हुए राजधानी रांची को 12 जोन में बांटा गया है और भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गयी है। शनिवार की सुबह से ही रांची के सभी चौक चौराहे पर पुलिस बल तैनात हैं। दूसरी तरफ झारखंड बंद को सफल बनाने के लिए छात्र संगठन सड़क पर उतर कर बैरिकेडिंग कर दिये हैं।
बता दें कि इस बंद के लिए पुलिस प्रशासन की जगह-जगह पर तैनाती बढ़ा दी गयी है। साथ ही रांची में 1,500 पुलिस जवान तैनात किए गए हैं। मुख्यमंत्री आवास, मोरहाबादी मैदान और उसके आसपास के इलाके में दो दर्जन से अधिक अलग से सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है।
इसके अलावा दो ड्रोन कैमरा भी रखा गया है। झारखंड बंद के दौरान ड्रोन कैमरे से निगरानी की जाएगी। वहीं रांची एसएसपी ने कंट्रोल रूम में तैनात पुलिसकर्मियों को बंद की पूरी निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है. इस दौरान एसएसपी ने कहा कि, झारखंड बंद के दौरान अशांति फैलाने वाल लोगों को कतई बक्शा नहीं जाएगा.
वही किसी तरह का उपद्रव ना हो इसलिए सुबह से ही आदिवासी छात्रों ने बाजार में जा जा कर दुकानों को बंद करा रहे हैं। वही मेडिकल और इमर्जेंसी को छोड़ सभी दुकान संस्थाएं बंद करने की अपील की गई है। इस दौरान शनिवार यानी 10 जून और रविवार 11 जून को दोपहिया तीन पहिया और चार चक्का वाहन को सड़क पर नहीं चलाने का अपील की गई है।
छात्र विरोध कर रहे हैं कि 60 प्रतिशत सीटों पर नियुक्तियां झारखंड के आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों की होंगी। वहीं 40 प्रतिशत सीटें ‘ओपन टू ऑल’ है. 40 प्रतिशत सीटों पर किसी भी राज्य के युवा झारखंड में रोजगार पा सकते हैं। छात्र इसी का विरोध कर रहे हैं।वहीं नेताओं से भी नियोजन नीति के विरोध में अपना समर्थन मांगा गया है।