2024 के लिए बजट मंगलवार को पेश किया जा चूका है। सरकार ने रेलवे के लिए अब तक का सबसे बड़ा बजट दिया है। रेलवे को मजबूत बनाने और नई सुविधाएं लाने के लिए सरकार ने 2,62,200 करोड़ रुपये कैपेक्स के तौर पर दिए हैं। ग्रॉस बजटरी सपोर्ट 2,52,200 करोड़ रुपये है। यह रकम 2023-24 के बजट में 2.40 लाख करोड़ रुपये थी।
सरकार का लक्ष्य है कि अमृत भारत एक्सप्रेस जैसी ज्यादा से ज्यादा पैसेंजर ट्रेनें चलाई जाएं। बजट का बड़ा हिस्सा सेफ्टी के लिए जाएगा। 1,08,000 करोड़ से पुराने ट्रैक्स, सिग्नलिंग, कवच, रेल के पुल बनाने में लगेंगे। वित्तीय वर्ष 2019-20 में जहां यह खर्च 1.48 लाख करोड़ रुपये था, वहीं 2023-24 में बढ़कर 2.62 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
धनबाद-चंद्रपुरा विकल्प लाइन तैयार के लिए 478.37 करोड़ से होने वाले काम के लिए इस बजट में करीब 10 करोड़ रुपये का फंड दिया गया है। वहीं विभिन्न योजनाओं के लिए वित्तीय वर्ष में फंड दिया गया है। यह राशि आंतरिक बजट में पेश की गयी राशि ही है। इसमें पूर्णकालीन बजट में भी इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है।
👉🏻 गिरिडीह से कोडरमा 102.5 किलोमीटर रेलवे लाइन : एक हजार
👉🏻 कोडरमा-रांची 189 किलोमीटर : 25 करोड़
👉🏻 कोडरमा-तिलैया 86 किलोमीटर : 259 करोड़ 97 लाख 11 हजार
👉🏻पारसनाथ-मधुबन-गिरिडीह 49 किलोमीटर: 10 करोड़,
👉🏻धनबाद-चंद्रपुरा-टुंड-निचितपुर 25.81 किलोमीटर : एक हजार
दोहरीकारण के लिए
👉🏻गढ़वा रोड-रामना 5 करोड़
👉🏻दनिया-रांची रोड का आंशिक दोहरीकरण 2 करोड़
👉🏻रांची रोड-पतरातू 31 किलोमीटर 5 करोड़ 👉🏻धनबाद-सोननगर 291 किलोमीटर का तीसरी लाइन 700 करोड़
👉🏻गढ़वा रोड-रेल ओवर रेल 10 किलोमीटर 20 करोड़
👉🏻गोमो-डाउन गाड़ियों के लिए फ्लाइओवर 20 किलोमीटर 50 करोड़
👉🏻प्रधानखांटा-पाथरडीह बाजार-भोजुडीह 17.1 किलोमीटर 10 करोड़
👉🏻सिंदरी मार्शलिंग यार्ड तीन किलोमीटर 25 करोड़
👉🏻चंद्रपुरा-जमुनियाटांड़ के मध्य दोहरीकरण 70 करोड़
👉🏻सोनगर-अंडाल का मल्टी ट्रैकिंग 900 करोड़