दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 27 साल बाद सत्ता में वापसी की है। ऐतिहासिक रामलीला मैदान में आयोजित भव्य शपथ ग्रहण समारोह में रेखा गुप्ता ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ छह अन्य मंत्रियों ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली। बीजेपी ने मंत्रिमंडल में हर वर्ग और समुदाय को प्रतिनिधित्व देने की रणनीति अपनाई है।
मंत्रियों की सूची:
- प्रवेश वर्मा
- आशीष सूद
- मनजिंदर सिंह सिरसा
- कपिल मिश्रा
- रविंद्र इंद्रराज सिंह
- पंकज सिंह
प्रमुख चेहरे और उनकी पृष्ठभूमि
प्रवेश वर्मा:
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा को कैबिनेट में शामिल किया गया है। उन्होंने किरोड़ीमल कॉलेज से ग्रेजुएशन और स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, कुतुब इंस्टीट्यूशनल एरिया से एमबीए किया है।
मनजिंदर सिंह सिरसा:
राजौरी गार्डन से विधायक चुने गए मनजिंदर सिंह सिरसा पहले शिरोमणि अकाली दल में थे। उन्होंने 2013 से 2020 तक दिल्ली विधानसभा में कार्य किया। दिसंबर 2021 में वह बीजेपी में शामिल हुए।
कपिल मिश्रा:
आम आदमी पार्टी से बीजेपी में आए कपिल मिश्रा करावल नगर से विधायक बने। वह पहले अरविंद केजरीवाल सरकार में मंत्री थे, लेकिन बाद में उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया। 2019 में उन्होंने बीजेपी ज्वाइन की थी।
आशीष सूद:
जनकपुरी से पहली बार विधायक बने आशीष सूद दिल्ली में पंजाबी समुदाय के बड़े चेहरे माने जाते हैं। उन्होंने राजनीति की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से की थी और आरएसएस से जुड़े रहे हैं।
रविंद्र इंद्रराज सिंह:
बवाना विधानसभा से पहली बार जीत दर्ज करने वाले रविंद्र इंद्रराज सिंह दलित नेता हैं। उन्होंने आम आदमी पार्टी के जय भगवान उपकार को 31,475 वोटों के अंतर से हराया।
पंकज सिंह:
पूर्वांचली समुदाय का प्रतिनिधित्व कर रहे पंकज सिंह विकासपुरी सीट से पहली बार विधायक बने हैं। उन्होंने आम आदमी पार्टी के महेंद्र यादव को 12,876 वोटों के अंतर से हराया।
बीजेपी की रणनीति
बीजेपी ने मंत्रिमंडल के चयन में जातीय और क्षेत्रीय संतुलन बनाए रखने पर जोर दिया है। इस फैसले से विभिन्न समुदायों को प्रतिनिधित्व मिला है, जिससे पार्टी को आगामी चुनावों में लाभ मिलने की संभावना है।
दिल्ली में बीजेपी की यह जीत संगठन की मजबूत रणनीति और कार्यकर्ताओं की मेहनत का परिणाम मानी जा रही है। अब देखना होगा कि नई सरकार जनता की उम्मीदों पर कितनी खरी उतरती है।