एक्सएलआरआइ में एडमिशन का बदला ट्रेंड
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जमशेदपुर। एक्सएलआरआइ में एडमिशन का ट्रेंड बदला है। एचआरएम में 41 प्रतिशत नॉन इंजीनियरिंग बैकग्राउंड वाले विद्यार्थियों का एडमिशन हुआ है। दो साल के मैनेजमेंट के कोर्स में अब तक इंजीनियरों का दबदबा रहता था। लेकिन इस बार ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट में ये मिथक टूटी है। सत्र 2022-2024 में ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट में 58.8 प्रतिशत विद्यार्थी इंजीनियरिंग बैकग्राउंड के हैं, लेकिन पहली बार संस्थान में 42.2 प्रतिशत नॉन इंजीनियरिंग बैकग्राउंड के विद्यार्थियों को भी एडमिशन मिल सका है। हालांकि बिजनेस मैनेजमेंट में कुल 66.6 प्रतिशत इंजीनियरिंग जबकि 33.4 प्रतिशत नॉन इंजीनियरिंग बैकग्राउंड के विद्यार्थियों का चयन किया गया है। एक्सएलआरआइ में नए एडमिशन के ट्रेंड में एक्सएलआरआइ ने हमेशा की तरह लिंगानुपात पर बल दिया है। भारत में प्रबंधन का अध्ययन करने वाली कई पहली महिलाएं एक्सएलआरआइ से हैं। एक्सएलआरआइ मजबूत मूल्यों के साथ एक जेसुइट संस्थान होने के नाते, न केवल महिलाओं को बहुत सम्मान देता है, बल्कि उन्हें सुरक्षित और सशक्त भी महसूस कराता है।