झारखंड को आकाल क्षेत्र घोषित करो की मांग को लेकर झारखंड विधानसभा में भाजपा विधायकों का जोरदार हंगामा : नियोजन नीति पर सरकार को घेरा
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मिरर मीडिया : झारखंड विधानसभा में चल रहें मॉनसून सत्र का दूसरा दिन हंगामा भरा रहा। इस दौरान भाजपा विधायकों ने राज्य सरकार को घेरने का प्रयास किया। वहीं नियोजन नीति को लेकर भाजपा विधायकों ने विधानसभा परिसर में प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इस्तीफे की मांग कर दी।
इस बाबत भाजपा विधायकों ने हाथों में तख्ती लेकर हेमंत सरकार पर आरोप लगाया कि नियोजन नीति के मुद्दे पर सरकार ने राज्य की जनता के साथ वादाखिलाफी की है। भाजपा विधायक अनंत कुमार ओझा ने हेमंत सरकार को याद दिलाया कि चुनाव के वक्त राज्य के युवाओं से वादा किया गया था पांच लाख नौकरी देंगे। लेकिन सत्ता में बैठते ही चुनावी वादे हवा हो गये।
अगर राज्य के युवा सड़कों पर आंदोलन करते हैं तो उन पर लाठिया भी चलती हैं।
वहीं भाजपा विधायक अमित मंडल ने कहा कि नियोजन नीति के मुद्दे पर सरकार ने युवाओं को सिर्फ ठगने का काम किया है।
इधर झारखंड विधानसभा मानसून सत्र के दूसरे दिन आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने आज के सत्ता और विपक्ष के प्रदर्शन पर कहा कि यदि सरकार मणिपुर जैसे मुद्दे पर अपनी बात रख रही है तो उन्हें झारखंड में आए दिन होने वाली घटनाओं पर भी अपना जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि चाईबासा रांची आदि जगहों पर इस तरह की घटना हो रही हैं, वह सरकार और विपक्ष दोनों के लिए चिंता का विषय है।
वहीं प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर लिखा कि पूरा झारखण्ड भयंकर सूखे की मार झेल रहा है। किसानों ने खेत तैयार कर जो बिचड़े लगाए थे, वो सूख रहे हैं। पर्याप्त बारिश होने के आसार नज़र नहीं आ रहे।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कृषिमंत्री बादल पत्रलेख जी से अनुरोध है कि जल्द से जल्द किसानों के लिए राहत पैकेज की घोषणा करें…