पश्चिम बंगाल में एडेनोवायरस का बढ़ा खतरा : 10 हजार से अधिक बच्चें इसकी चपेट में
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मिरर मीडिया : पश्चिम बंगाल में एडेनोवायरस के तेजी से बढ़ते खतरे के बीच राज्य सरकार ने स्थिति की निगरानी के लिए आठ सदस्यीय टास्क फोर्स के गठन की घोषणा की। इसके लिए जारी अधिसूचना के मुताबिक टास्क फोर्स नियमित अंतराल पर बैठक करेगी और विभिन्न अस्पतालों में प्रभावित व्यक्तियों के इलाज की व्यवस्था और बीमारी को नियंत्रित करने से संबंधित अन्य पहलुओं की निगरानी करेगी।
इधर गैर-सरकारी आंकड़े, मरने वालों के आंकड़े इससे कहीं ज्यादा होने का दावा कर रहे हैं। राज्य सरकार के आंकड़ों के अनुसार, अब तक राज्यभर के 10,999 बच्चों को तीव्र श्वसन संक्रमण के मामलों के साथ अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। अधिसूचना में राज्य सरकार ने यह भी दावा किया कि सभी चिकित्सा प्रतिष्ठानों को एक मानक मामला प्रबंधन दिशानिर्देश प्रसारित किया गया है और 24 गुणा 7 आधार पर स्थिति की निगरानी के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं।
बच्चों में एडेनोवायरस आमतौर पर श्वसन और आंत्र नलिका में संक्रमण का कारण बनता है। चिकित्सकों ने कहा कि 0-2 साल की उम्र के बच्चों को संक्रमण का सर्वाधिक व 2-5 साल की उम्र वाले बच्चे को संक्रमण का अधिक खतरा होता है. 5-10 साल के बच्चों के इसके (संक्रमण के) चपेट में आने की आशंका होती है।