मिरर मीडिया : एक महीने का वक्त कहकर तीन महीने में
पुलिया सड़क निर्माण का कार्य को करवाया गया लेकिन तीन महीने बीत जाने के बावजूद भी पुलिया के बगल में सड़क खुली रख दी गई है अभी तक पुलिया के अगल बगल में सुरक्षा मानकों का ख्याल नहीं है संवेदक के द्वारा छोटे- छोटे रुकावट के खंभे लगें हैं। आलम ये है कि खुले रूप से ये कोई बड़ी दुर्घटना को आमंत्रण दे रहें है।
आपको बता दें कि धनबाद पॉलीटेक्निक से विनोद बिहारी चौक को जोड़ने वाली सड़क का निर्माणधीन था या यूं कहें कि अब भी निर्माणधीन है और अधर में लटकी हुई है। ये बेकार बांध से पौलिटैकनिक गेट तक और बाबुडीह पुलिया से लेकर विनोद बिहारी चौक तक की मुख्य सड़क है।
इस संबंध समाजसेवी कुमार मधुरेंद्र ने इसे गंभीरता से लेते हुए पत्राचार कर पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव को कभी भी होने वाली संभावित दुर्घटना और बरती जा रहीं लापरवाही के कारण आमजन को होने वाली परेशानी से अवगत कराया है। इस बाबत उन्होंने पथ मरम्मतीकरण के संवेदक, कार्यपालक अभियंता एवं सहायक अभियंता की सुस्त गति में कार्य और उदासीन रवैये पर नाराजगी जाहिर करते हुए इसपर अविलम्ब संज्ञान में लेने का आग्रह किया है ताकि आमजन को होने वाली परेशानी दूर हो सके साथ ही कोई दुर्घटना ना घटे।
साथ ही फ्लाईओवर बैंक मोड़ को लेकर भी उन्होंने रिमाइंडर कराया है पत्र के माध्यम से उन्होंने पुनः ध्यानाकृष्ट कराते हुए आग्रह किया है बैंक मोड़ ब्रिज की मरम्मती का फ़ाइल भी अधर में लटका हुआ है। इस संदर्भ में उड़ीसा की कंपनी से जांच कराने पर यह रीपोर्ट आपके पास भेजी गई है कि फ्लाईओवर की मरम्मती के बाद यह आने वाले 25 वर्षो तक और चलेगा। पर इसकी मरम्मती का कार्य अब भी फ़ाइलों में दब गई है। लाइफ लाइन कहे जाने वाले इस फ्लाईओवर से प्रतिदिन हजारों से लाखों की संख्या में आवागमन होता है जिसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। उन्होंने पुनः रिमाइंडर करते हुए आग्रह किया है कि फ्लाईओवर की मरम्मती के कार्य का मार्ग प्रशस्त करें और धरातल पर लाकर आमजन को सुविधा मुहैया कराई जाए।