इसरो : चंद्रयान-3 की चांद पर सफल लैंडिंग के बाद विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर के लिए कल यानी शुक्रवार का दिन काफी अहम होने वाला है। मालूम हो कि चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर कल फिर सूर्योदय होगा। सूर्योदय के साथ ही ISRO चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर एक बार फिर एक्टिव करने कोशिश करेगा।
बता दें कि सूर्योदय को देखते हुए इसरो के वैज्ञानिकों ने भी अपनी तैयारी पूरी कर ली है। चांद के शिव शक्ति प्वाइंट पर सूर्योदय होने के साथ ही कल लैंडर और रोवर को एक बार फिर एक्टिव करने की कोशिश की जाएगी। ISRO को इस प्रक्रिया में कामयाबी मिलना एक बड़ी उपलब्धि होगी।
चांद के साउथ पोल पर कई जगह ऐसी है जहां हर 15 दिन में सूरज की रोशनी पड़ती है। जिस जगह लैंडर उतरा है, वहां 15 दिन सूरज चमकता है और 15 दिन अंधेरा रहता है।
वहीं, इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने जानकारी देते हुए कहा कि जब शिव शक्ति प्वाइंट पर सूर्योदय होगा, तो लैंडर और रोवर फिर से सक्रिय हो जाएंगे। इसरो दोनों को फिर से चालू करने की कोशिश करेंगी। सोमनाथ ने कहा कि उम्मीद है कि 22 सितंबर को दोनों उपकरण आसानी से चालू हो जाएंगे।
जानकारी के मुताबिक विक्रम और प्रज्ञान पर लगे उपकरणों की बैटरी अभी चार्ज है। यह बैटरी सूरज की रोशनी से चार्ज होती है। स्लीप मोड पर जाने से पहले दोनों की बैटरियों को चार्ज कर दिया गया था। कल के सूर्योदय के बाद ऐसी उम्मीद जताई जा रही है की सभी उपकरण एक बार फिर काम करेंगे।