डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: चीन के बाद अब भारत में भी ह्यूमन मेटा न्यूमो वायरस (एचएमपीवी) का संक्रमण तेजी से फैलने लगा है। देश के कई राज्य इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। इसे ध्यान में रखते हुए मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह ने राज्य के सभी सिविल सर्जनों के साथ एक आपातकालीन बैठक बुलाई।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई चर्चा
इस बैठक मे राज्य के सभी मेडिकल ऑफिसर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए। बैठक का मुख्य उद्देश्य नए वायरस से निपटने की तैयारियों पर चर्चा करना और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए दिशा-निर्देश जारी करना था।
लोगों को जागरूक करना जरूरी: स्वास्थ्य सचिव
स्वास्थ्य सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि एचएमपीवी वायरस कोई नया वायरस नहीं है। सर्दी के मौसम में इस तरह के संक्रमण के मामले पहले भी देखे गए हैं। उन्होंने कहा कि इस वायरस से डरने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि इसका इलाज पूरी तरह संभव है। उन्होंने लोगों से अपील की कि यदि किसी में इसके लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें और इलाज शुरू कराएं।
अस्पतालों को ऑक्सीजन बेड आरक्षित करने का निर्देश
वायरस की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य सचिव ने सभी अस्पतालों को ऑक्सीजन बेड आरक्षित रखने और आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
लोगों से सतर्कता बरतने की अपील
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से सतर्कता बरतने और वायरस के लक्षणों को नजरअंदाज न करने की अपील की है। लक्षण दिखने पर तत्काल नजदीकी डॉक्टर से परामर्श लें ताकि समय पर इलाज संभव हो सके।
प्रचार-प्रसार पर जोर
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि एचएमपीवी वायरस के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। यह जरूरी है कि लोग घबराने के बजाय सतर्क रहें और स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।