मिरर मीडिया : मंगलवार को पांचवे दिन भी धनबाद के SNMMCH में हड़ताल जारी है। जिसके कारण अस्पताल की चिकित्सकीय व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। वहीं अस्पताल के रेडियोलॉजी विभाग में मात्र एक कर्मचारी होने के कारण एक्स-रे जांच समय पर नहीं हो पा रही है। ऐसे में यहां आने वाले मरीजों को काफी परेशानी हो रही है।
कर्मियों की हड़ताल की वजह से मरीजों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। कोई बिना इलाज के घर लौटने को मजबूर दिखा तो कोई वार्ड में इलाज की उम्मीद में दिखा। कर्मियों के समर्थन में जिले भर के नेता आवाज लगाते हर दिन दिखाई दे रहें है। कभी धनबाद विधायक राज सिन्हा तो कभी भाजपा नेत्री रागिनी सिंह। मंगलवार को आजसू के नेता मंटू महतो, निरसा के पूर्व विधायक अरूप चटर्जी और भाजपा नेत्री रागिनी सिंह समर्थन में दिखें।
हड़ताल में समर्थन के लिए आई भाजपा नेत्री रागिनी सिंह ने कहा की झारखंड की मौजूदा सरकार लगातार युवाओं को छलने का काम कर रही है। प्रदेश में जहां नौकरी में भर्ती होनी चाहिए तो वहां छंटनी हो रही है। इतने बड़े हॉस्पिटल में और अधिक कर्मियों को रखने की जगह हटाया जा रहा है। रागिनी सिंह ने इस मुद्दे को आगे तक उठाने और राज्य के राज्यपाल और अन्य नेताओं तक बात पहुंचाने की बात कही।
वहीं आंदोलन के समर्थन में आए निरसा के पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने पहले हड़ताल पर बैठे कर्मियों से बात की फिर सुप्रीटेंडेंट से इसपर चर्चा की। जिसके बाद उन्होंने बताया की इनको हटाने का फैसला चूंकि विभाग का है तो अस्पताल के सूप्रेटेंडें इसमें बहुत कुछ कर नहीं सकते। जिनके पास इस फैसले को रोकने को शक्ति है उनसे बात की जायेगी। जब तक फैसला नहीं होता तब तक हड़ताल जारी रहेगा।
पांचवें दिन बीतने के बावजूद अभी तक जिला प्रशासन के अधिकारियों का कोई सक्रिय भूमिका नहीं हुई है। अभी तक जिला प्रशासन के किसी भी पदाधिकारी ने अस्पताल का दौरा नहीं किया है। इस बात को लेकर हड़ताल कर रहे आउटसोर्सिंग कर्मचारियों में भारी नाराजगी है। ऊपर से सरकार और विभागीय अधिकारियों के कारण कर्मचारियों में और आक्रोश है।