मिरर मीडिया : ओड़िशा के बालासोर में हुए रेलवे दुर्घटना को लेकर खबर सामने आई है रेलवे बोर्ड ने ओडिशा ट्रेन हादसे को लेकर कहा कि सिर्फ कोरोमंडल एक्सप्रेस हादसे का शिकार हुई थी, जबकि मालगाड़ी लूप लाइन में खड़ी थी।
सिर्फ कोरोमंडल एक्सप्रेस हादसे का शिकार हुई।कोरोमंडल एक्सप्रेस 128 की स्पीड से जा रही थी
जबकि यशवंतपुर 126 स्पीड से जा रही थी। लूप लाइन में दो मालगाड़ियां खड़ी थीं। दोनों ट्रेनों के लिए ग्रीन सिग्नल था। कोरोमंडल एक्सप्रेस मालगाड़ी से टकराई। टक्कर में मालगाड़ी अपनी जगह से हिली भी नहीं। खड़ी मालगाड़ी में लोहा लदा हुआ था। यशवंतपुर के आखिरी दो डब्बे टकराए।
रेलवे बोर्ड के संचालन और व्यवसाय विकास सदस्य जया वर्मा सिन्हा ने बताया कि मालगाड़ी लूप लाइन पर खड़ी थी, इसके बावजूद कोरोमंडल एक्सप्रेस को ग्रीन सिग्नल मिला। इसके चलते कोरोमंडल ट्रेन पटरी से उतर गई।उन्होंने बताया कि रेलवे ने हादसे के बाद सबसे पहले राहत और बचाव कार्य किया, जिसके बाद मरम्मत का कार्य किया जा रहा है।
जया वर्मा ने कहा कि प्रारंभिक निष्कर्षों के अनुसार, ”सिग्नलिंग के साथ कुछ समस्या रही है। हम अभी भी रेलवे सुरक्षा आयुक्त से विस्तृत रिपोर्ट की प्रतीक्षा कर रहे हैं। केवल कोरोमंडल एक्सप्रेस दुर्घटना का शिकार हुई। ट्रेन लगभग 128 किमी/घंटे की गति से चल रही थी।” उन्होंने आगे कहा कि कोरोमंडल एक्सप्रेस की पटरी से उतरी बोगियां यशवंतपुर एक्सप्रेस की आखिरी दो बोगियों से टकराई हैं।
बाहानागा स्टेशन पर 4 लाइनें हैं। इसमें दो मेन लाइन है। लूप लाइन पर एक मालगाड़ी थी। स्टेशन पर ड्राइवर को ग्रीन सिग्नल मिला था। दोनों गाड़ियां अपने पूरे गति पर चल रहीं थी। प्रारंभिक जांच में लग रहा है कि सिग्नल में गड़बड़ी हुई है। घटना की चपेट में सिर्फ कोरोमंडल एक्सप्रेस आई थी।