
देश: प्रधानमंत्री मोदी ने लक्ष्यद्वीप के बाद रविवार को गुजरात के द्वारका में समुद्र के गहरे पानी में डुबकी लगाई। पानी के अंदर जाकर पीएम मोदी ने उस स्थान पर प्रार्थना की, जहां जलमग्न द्वारका शहर मौजूद है।
अपने अनुभव को देशवासियों से साझा करते हुए पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एक्स ट्वीट कर कहा कि पानी में डूबी द्वारका नगरी में प्रार्थना करना एक बहुत ही दिव्य अनुभव था। मुझे आध्यात्मिक भव्यता और शाश्वत भक्ति के एक प्राचीन युग से जुड़ाव महसूस हुआ। भगवान श्री कृष्ण हम सभी को आशीर्वाद दें।

वहीं पीएम मोदी की जलमग्न शहर की यात्रा को समुद्री पर्यटन को बढ़ावा देने के रूप में देखा जा रहा है। मालूम हो कि द्वारका एक समय एक समृद्ध शहर था, जिसके बारे में अब माना जाता है कि यह सदियों पहले समुद्र में डूब गया था। आपको बता दें कि यह स्कूबा डाइविंग बेयट द्वारका द्वीप के पास द्वारका के तट पर की जाती है, जहां लोग पुरातत्वविदों द्वारा खुदाई किए गए प्राचीन द्वारका के पानी के नीचे के अवशेषों को देख सकते हैं।

आज, ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व से भरे स्थल पर प्रार्थना करने के लिए समुद्र में उतरने वाली पीएम मोदी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इन तस्वीरों में पीएम मोदी के कमर पर बहुत सारे मोर पंखों को कमर से बंधा देखा जा सकता है।
इससे पहले आज, प्रधानमंत्री ने गुजरात के देवभूमि द्वारका जिले में बेयट द्वारका द्वीप को मुख्य भूमि ओखा से जोड़ने वाले अरब सागर पर 2.32 किमी के देश के सबसे लंबे केबल-आधारित पुल ‘सुदर्शन सेतु’ का उद्घाटन किया।